ब्लड प्रेशर :रक्त चाप धमनियों के अन्दर प्रवाहित रक्त का दाब (दवाब )होता है .इसके पैदा होने की बुनियादी और प्राथमिक वजह हृद पेशी का सिकुड़ना (कोंट-रेक्शन )है . इसका मापन दो अंकों से किया जाता है ।
पहला माप सिस्टोलिक प्रेशर का होता है जो दिल के सिकुड़ने के बाद लिया जाता है ,यह रक्त चाप का उच्चतम मान होता है .दूसरा दाब हृदय के सिकुड़ने (हृद पेशीय के सिकुड़ने ) से पहले लिया जाता है यह निम्नतम होता है तथा डाय -सिस्टोलिक दाब कहलाता है ।
रक्त दाब को मापने के लिए एक ब्लड प्रेशर कफ का स्तेमाल किया जाता है .रक्त चाप का मान्य पाठों से ऊपर होना हाई -पर -टेंशन कहलाता है (१४०/९० या इससे भी ऊपर रहना )।
(ज़ारी...)
बुधवार, 25 मई 2011
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2 टिप्पणियां:
GOOD INFORMATION ...
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