बुधवार, 26 मई 2010

जी पी एस से एक कदम आगे .

मुसीबत में फसे आदमी को ढूंढ निकालने के लिए 'नासा 'ने एक नया सिस्टम लांच किया है .इसे उपग्रहों द्वारा डिस्ट्रेस में फसें आदमी की शिनाख्त का एक नायाब तोहफा कहा जा सकता है .इसे 'डिस्ट्रेस एलार्तिंग सेटेलाईट सिस्टम (डी ए एस एस )कहा जा रहा है -यानी डास(आप चाहें तो आदमी का सेवक ,या फिर दास भी कह सकतें हैं ।).
यह उस इमरजेंसी 'बीकन "प्रकाश संकेत की शिनाख्त कर लेगा जिससे तमाम हवाई जहाज़ ,आधुनिक नौकाएं ,हाई -कर्स आदि लैस रहतें हैं .इसे नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाईट सेंटर ,ग्रीनबेल्ट ने डिजाइन किया है .वर्तमान में 'सर्च और रेस्क्यू सेटेलाईट 'को लापता नौकाओं और हाई -कर्स की खोज में एक घंटा लग जाता है ।
दास टेक्नालोजी उपग्रह सहायता आधारित अंतर -रास्ट्रीय 'सर्च एंड रेस्क्यू प्रणाली है ।
इसके संचालन के लिए २४ नए यु एस एयर फ़ोर्स ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम सेटेलाईट काम में लेने होंगें .यही इस हार्ड वेयर को अन्तरिक्ष में ले जायेंगें .वर्तमान में ऐसे कुल जमा नौ उपग्रह ही सक्रीय हैं .२०१७ तक यह पूरी प्रणाली चाक चौबंद हो जायेगी ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-नासाज़ न्यू सिस्टम तू एड क्वीकर सर्च एंड रेस्क्यू (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मे २६ ,२०१० )

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