"इन्फ़्लुएन्ज़ा वायरस'" का एक 'हेडलेस संस्करण '(इसमें वायरस की गर्दन को काटकर सिर्फ धड लिया गया है।) चूहों पर की गई आज़माइश में विषाणु की कई स्त्रैंस के खिलाफ असरकारी पाया गया है .एक यूनिवर्सल वेक्सीन के निर्माण की ओर ले जा सकता है यह 'नेकलेस -वायरस ',एक ताज़ा शोध इसी दिशा में अग्रसर है ।
रिसर्चरों ने इसके एक अंश का गहन परीक्षण किया है .यह टुकडा विषाणु की उत्परिवर्तित किस्म (म्युतेतिद स्ट्रेंन )में भी जसका तस पाया गया है ।
माउंट सिनई स्कूल ऑफ़ मेडिसन की रिसर्च टीम आशावान है ,यदि यह हम मनुष्यों पर भी इसी तरह के नतीजे देता है तब इन्फ्लेंज़ा के खिलाफ टीकाकरण अभियान को एक नै दिशा ज़रूर मिल सकती है .,इस विषाणु की आज़माइश से ।
ऐसा होने पर इन्फ़्लुएन्ज़ा वायरस की अनेक स्त्रैंस के खिलाफ जंग को एक नै ताकत मिल जायेगी .साइंसदानो का यही अंतिम लक्ष्य है .वर्तमान में उपलब्ध वेक्सीन वायरस की कुछ ही स्त्रैंस के खिलाफअसर दिखलातीं हैं .इसीलिए हर साल एक नया टीका चाहिए .नै आज़माइश चाहियें ।
रिसर्चरो ने फ्लूवायरस के एक अंश 'हेमाग्ग्लुतिनिंन 'का परीक्षण किया है .पूरा ध्यान इसीपर दिया जा रहा है .खुम्बी (मशरूम शेप्ड )नूमा इसकी संरचना इसे उस कोशा से चस्पाँ होने में मदद देती है जिसे यह इन्फेक्ट करता चलता है .इसकी गर्दन उत्परीवर्तन के दरमियान बाकी अंशों की तरह म्युतेत नहीं होती है .इसी गर्दन में से एक दिन 'एंटीजन 'मिल सकताहै बा -शर्ते यह प्रति -रक्षा तंत्र की निगाह में आजाये .वेक्सीन के लिए यह एक बेहतरीन टार्गेट है ।
लेकिन इसका खुम्बी नूमा हिस्सा ,हेमाग्ग्लुतिनिंन प्रोटीन काएक अंश इसकी अरक्षित (वल्नारेबिल नेक )को इम्म्युंन सिस्टम की नजर से इसे बचाए रहता है .साइंस दानों ने इस गर्दन को काटने की तरकीब ढूंढ निकाल .लीहै ।
सन्दर्भ सामिग्री :-मास्टर शोट :क्लोजिंग इन ओंन दी यूनिवर्सल फ्लू जेब (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मे २७ ,२०१० )
गुरुवार, 27 मई 2010
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