ह्यूमेन एम्ब्रियोनिक स्टेम सेल्स से 'केलिफोर्निया -इरविन विश्व -विद्यालय 'के साइंसदानों ने एक आठ -परतों वाली 'रेटिना "तैयार कर ली है .समझा जाता है यह कलम कोशाओं से तैयार की गई पहली त्री -आयामीय संरचना है ।
ऊतकों से तैयार की गई यह एक पेचीला बुनावट है जो उन हज़ारों हज़ार लोगों को 'बीनाई 'विज़न मुहैया करवा सकती है जो 'दीजेंरेतिव आई दिस -ओर्दार्स '(आंखों के अपविकासी रोगों )से ग्रस्त हैं ।
'गौर तलब है '-ट्रांसप्लांट रेडी रेतिनाज़ 'मेक्युलर दिजेंरेसन 'का भी पुख्ता इलाज़ और समाधान है .लाखों लोग इससे ग्रस्त हैं ।
कन्सेप्सन सेलेकर कोशिका विभाजन के पहले पखवाड़े तक कोशायें 'अन -दिफ्रेंशियेतिद सेल्स 'कहलातीं हैं .यही स्टेम सेल्स हैं .जो एक ख़ास सोफ्ट -वेयर लेकर आतीं हैं .चुनिन्दा तौर पर सोफ्ट -वेयर देकर इन कलम कोशिकाओं से प्रत्यारोप हेतु कोई भी अंग तैयार करवाया जा सकता है .अल्ज़ैमार्स का समाधान भी एक दिन यही स्टेम सेल्स प्रस्तुत करेंगी .गर्भ नाल जिसे नवजात के पैदा होने पर काट फैंक दिया जाता है के खून से स्टेम कोशिकाए लेकर भविष्य के किसी संभावित 'ट्रांस -प्लांट 'के लिए सुरक्षित रखवाया जा सकता है ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-रेटिना क्रियेतिद फ्रॉम स्टेम सेल्स :(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मे २८ ,२०१० )
शुक्रवार, 28 मई 2010
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