बुधवार, 5 मई 2010

शूकर उपकार -बुरी तरह क्षति ग्रस्त अंगों की भरपाई

इसे मानव जगत पर शूकर उपकार नहीं तो क्या कहेंगें -शूकर ब्लदर(ब्लैडर )सेअमरीकी साइंसदानों ने तैयार कर लिया है एक जादुई पाउडर जो युद्ध में बेहद क्षतिग्रस्त हो चुके अंगों की ना सिर्फ भरपाई करने में समर्थ है ,इसके असर से एक बार फिर ऊतक निर्माण होने लगता है .रिजेंरेतिव मेडिसन की रीढ़ बन सकता है यह पाउडर जिसे नाम दिया गया है 'पिक्सी डस्ट'।
युद्ध ग्रस्त अफगान में घायल अमरीकी सैनिकों के अंगों की दुरुस्ती यहाँ तक की पुनर -ऊतक वृद्धि में इसे काम याबी पूर्वक आजमाया जा चुका है .
इसे पिट्सबर्ग के रिजेंरेतिव चिकित्सा मेडिसन केंद्र के साइंसदानों ने शूकर मशक (पिग ब्लैडार्स)से तैयार किया है .यह शरीर को नए ऊतक तैयार करने में मददगार है .इतना ही नहींबेहद क्षति ग्रस्त अंगों की कमोबेश भरपाई कर सकता है .
पिग ब्लैडर मेंबहुलांश में कोलाजन सेबना एक पदार्थ पाया गया है जिसे 'एक्स्ट्रा -सेल्युलर -मेट्रिक्स 'कहा गया है प्लास्टिक सर्जन इसे काम में ले रहें हैं ।टेक्सास स्थित अमरीकन आर्मीज़ इन्स्तित्युत फॉर सर्जिकल रिसर्च के सर्जन पिक्सी डस्ट से युद्ध में घायल सैनिकों के बेहद क्षति ग्रस्त अंगों की दुरुस्ती करने में कामयाब रहें हैं .आम तौर पर ऐसे अंगों को काट कर फैंक देना पड़ता था ।
अमरीकी सेना का मुख्यालय पेंटागन 'पिक्सी डस्ट 'रिसर्च पर इस उम्मीद में सैंकड़ो डॉलर्स झोंक रहा है ,इस जादुई पाउडर से एक दिनहमारे सभी अंग प्रत्यंग उगाये जा सकेंगें ।
नर्व्स,तिस्युऊज़ ,तथा पेशियों की पुनर -प्राप्ति तो होने भी लगी है .यह सारा कमाल उसी एक्स्ट्रा -सेल्युलर मेम्ब्रेन का है जो पिग ब्लैडर में मौजूद है ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-'मिरेकिल डस्ट 'केन सेव इंजर्ड लिम्ब्स फ्रॉम एम्प्युतेसन (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मे३ ,२०१० )

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