समय की गति सदैव ही आगे की ओर है .इसीलिए कहा गया है -बीता हुआ समय वापस नहीं आता .टाइम -त्रेविल भविष्य में संभव है लेकिनसिर्फ ओर सिर्फ आगे की ओर .पीछे नहीं लौटा जा सकता .क्योंकि पीछे लौटना कॉज एंड इफेक्ट (कार्य करण सम्बन्ध )की अवहेलना करेगा .कॉज़ का परिणाम ही तो होता है कार्य .मान लीजिये आप समय में पीछे लौट जातें हैं .अपनी ही ह्त्या कर देतें हैं .ऐसे में वर्तमान में दोषी किसे माना जाएगा ?मुकद्दमा किस पर चलेगा ?पीछे लौट कर आप अपने परदादा की ह्त्या करके अपने 'होने 'वजह कॉज़ यानी अपने दादा जी को ही मिटा देंगें .क्या यह मुमकिन है .
लेकिन सुपरफास्ट -स्पेस शिप्स आप को आइन्दा आने वाली पीढ़ियों के पार ले जायेंगे .ओर यदि खुदा ना खास्ता पृथ्वी पर से जीवन का सफाया किसी कारण -वश (मानव निर्मित या कुदरती )हो गया तो बीच में ही लौट कर आप जीवन को बनाए रख सकने के इंतजामात संतान पैदा करके कर सकेंगें .यह खपत हमारे दिमाग की नहीं है .आज इसे खपत कहना 'साइंटिफिक हिरैसी कहना 'प्रचलित सिद्धांतों के विरुद्ध 'जानाअपधर्मी(वैज्ञानिक विधर्मी )कहना आपकी सनक नहीं माना जाएगा ।
याद कीजिये एक मर्तबा अपने गुरुत्व सम्बन्धी सापेक्षवाद संबधी सिद्धांत की व्याख्या करते हुए आइन्स्टाइन महोदय ने कहा था -'यदि भविष्य में कोई अन्तरिक्ष यात्री सापेक्षिक गति से यात्रा करता किसी न्युत्रोंन सितारे के नज़दीक पहुंचा ,उसकी घडी की सुइयां सितारे के गुरुत्व से थम जायेंगी .काल का प्रवाह थम जाएगा ।सापेक्षिक गति उस गति को कहा जा सकता है जो इतनी अधिक हो ,उसकी तुलना हम प्रकाश के निर्वातीय वेग से कर सकें .
आज हमारे दौर के चोटी के वैज्ञानिक ओर नेचुरल फिलोस्फर स्टीफन हाकिंग महोदय ऐसे ही विचार अपनी एक दोक्युमेंत्री में व्यक्त कर रहें हैं .बकौल आपके हम लोग तकनीक के उस दौर में आ पहुंचे हैं जहां सापेक्षिक गति से उड़ने वाले अन्तरिक्ष विमान आपको देर सवेर अन्तरिक्ष के सूदूर छोर (फ्रिंज ऑफ़ दी ओब्ज़र्वेबिल यूनिवर्स) तक ले जा सकतें हैं .हाकिंग गणितीय साक्ष्यों के आधार पर 'भौमेतर प्राणियों के अस्तित्व 'को ना सिर्फ मान रहें हैं ,उनसे ना उलझने की चेतावनी भी प्रसारित कर रहें हैं .आपके ये विचार आगामी रविवार (मे९ ,२०१० )से दोक्युमेंत्री के तौर पर डिस्कवरी चैनल एक श्रृंखला के रूप मे प्रसारित करने जा रहा है ।
सन्दर्भ सामिग्री :-सुपरफास्ट स्पेस- शिप्स तू बीम अस इनटू फ्यूचर ?ट्रेवलिंग एट स्पीड ऑफ़ लाईट ,ईच डे ऑन दी क्राफ्ट वुड बी ए ईयर ऑन अर्थ ,सेज स्टीफन हाकिंग (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मे ३ ,२०१० )
सोमवार, 3 मई 2010
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