(वार्मिंग ट्रिग्गर से आगे ...ज़ारी ....)
यदि यह बात या फिर सिद्धांत सही है ,हिमयुग के अंत में समुन्दर लौटा देतें हैं अपने गर्भ में छिपी कार्बन-डाय -ओक्स्साइड तब इस बात की पड़ताल की जासकेगी ,क्या वायुमंडल में पसरी अतिरिक्त कार्बन -डाय -ओक्स्साइड समुन्दर में गहरे दफन की जा सकती है .जिसे समुन्दर देर सवेर लौटा देतें हैं .कब ?यह समुन्दर के अन्दर गैस के सर्क्युलेसन पर निर्भर करेगा .अलबत्ता ग्लोबल वार्मिंग से निजात का यह भरोसे मंद ज़रिया भी हो सकताहै .आखिर समुन्दर कार्बन -डाय -ओक्स्साइड के बड़े सिंक तो हैही .सन्दर्भ -सामिग्री :-जाइंट कार्बन -डाय -ओक्स्साइड 'बर्प' sतार्तिद वार्मिंग १८,००० ईयर्स एगो (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मे २९ ,२०१० )
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