जो लोग नियमित लिंगोथ्थान के लिए ,दीर्घावधि मिलन मनाते रहने के लिए ,मैथुन रत बने रहने के लिए यौन -उत्तेजना बढाने वाली दवा 'व्याग्रा का सेवन करतें हैं उनके लिए दीर्घावधि -बहरेपन (लॉन्ग टर्म हीअरिंग लोस )के खतरे का वजन बढ़ सकता है ।
रिसर्चरों ने पता लगाया है जो लोग लिंगोथ्थान (इरेक्टाइल डिसफंक्शन )से निजात पाने के लिए बराबर 'फोस्फो -डाई-स्टीरेज़'टाइप-५ इन्हीबिटर्स जैसी दवाओं का सेवन कर रहें है उनके लिए श्रवण -ह्रास (हीयरिंग लोस )के खतरे का वजन दोगुना बढ़ जाता है ,बनिस्पत उनके जो व्याग्रा -फियाग्रा से दूर ही रहतें हैं ।
अलाबामा विश्व -विद्यालय में एपिदेमियोलोजी विभाग के प्रोफ़ेसर गेराल्ड कहतें हैं ,सरकार को इस चेतावनी का संज्ञान लेकर कुछ करना चाहिए .खुद भी प्रामाणित करना चाहिए ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-वियाग्रा ट्रिगर्स लॉन्ग -टर्म हीयरिंग -लोस :स्टडी (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मे२० ,२०१० )
शुक्रवार, 21 मई 2010
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें