शनिवार, 29 मई 2010

१८ ,०००साल पहले कार्बन डाय-ओक्स्साइड बर्प से शुरू हुई वार्मिंग .

'जाइंट कार्बन -डाय -ओक्स्साइड 'बर्प 'स्टार्तिदवार्मिंग १८,००० ईयर्स एगो 'यही शीर्षक है उस खबर का जो टाइम्स ऑफ़ इंडिया के मई २९ अंक में प्रकाशित हुई है .खबर के मुताबिक़ अब से कोई १८,०००साल पहले आखिरी हिम युग संपन्न हुआ .ठीक इसी वक्त दक्षिण अफ्रिका और एन्तार्क्तिका के बीचों -बीच ओशन के नीचे अथाह गहराई पर एक कार्बन -डाय -ओक्स्साइड की जाइंट बर्प के साथ समुन्दर में ज़माग्रीन हाउस गैस कार्बन -डाय -ओक्स्साइड की विशाल राशिमुक्त हुई .हम जानतें हैं ओशंसकार्बन डाय -ओक्स्साइड के विशाल सिंक हैं ।

केम्ब्रिज विश्व -विद्यालय के एक साइंस दान ने इस अध्धय्यन को संपन्न किया है .पता चला है आखिरी हिम युग के दौरान समुन्दर की गहराइयों में अतिरिक्त दक्षता के साथ कार्बन -डाय -ओक्स्साइड गैस कैद होके रह गई थी ।

साइंस दानों की टीम ने दक्षिणी ओशन के नीचे चट्टानों की रेडियो -कार्बन -डेटिंग (रेडियो -धर्मिता से काल निर्धारण )करके आखिरी हिम युग के काल का निर्धारण किया है .इस एवज 'टाइनी-फोरामिनीफेरा किर्येचर्स '- ए लार्ज ',मेनली मेरीन प्रोटो -जों -आ देत हेज़ ए शेल पर्फोरेतिद विद मेनी स्माल होल्स थ्रू विच टेम्पोरेरी साइटों -प्लाज्मिक प्रो -त्रुज़ंस प्रोजेक्ट ,लिए गए .अध्धययन के नतीजे 'साइंस मैगजीन 'में प्रकाशित होंगे .शेल्स में कार्बन -१४ (कार्बन का एक रेडियो -आइसो -टॉप )का पता लगाया गया .इस मात्रा की तुलना वायुमंडल में मौजूद कार्बन स्तर से की गई .(वायु मंडल में कार्बन -१२ और कार्बन -१४ दोनों मौजूद रहतें हैं ,कार्बन -१२ स्थाई है ,कार्बन -१४ रेडियो -एक्टिव है .इसके परमाणु एक ख़ास रफ़्तार से टूटते रहें हैं .एक ख़ास अवधि के बाद आधे रह जातें हैं ,पहले की तुलना में ।

इससे कार्बन डाय -ओक्स्साइड के लोक -इन पीरियड का हिसाब लगा लिया जाता है .नतीजों से पता चला है ,तकरीबन २०,००० साल पहले आखिरी हिम युग आया था .तब अंटार्टिका के जल में गैस की घुलित मात्रा दीर्घावधि तक कैद रही थी वर्तमान के बरक्स ।

पता लगाया जा सकता है ,समुन्दर के अन्दर मिश्रण की कौन सी प्रकिर्या चलतीं हैं ,ग्लेशियल पीरियड में ।

'एनी पीरियड ऑफ़ जियो -लोजिकल टाइम वेंन मोस्ट ऑफ़ दी अर्थ वाज़ कवर्ड इन आइस केंन बे काल्ड ग्लेशियल पीरियड ।'

अध्धययन के मुताबिक़ हरेक १० ० ,००० साल बाद दक्षिणी ओषन में 'पल्सिज़ एंड आर 'बर्प्स 'ऑफ़ कार्बन -डाय -ओक्स्सैड्स ग्लोबलi था (पानी का गर्माना जिससे बर्फ पिघल जाए ).से विश्व -सिंस दी स्टार्ट सींचे थे स्टार्ट .थे इन्दुस्त्रिअल रेवोलुतिओं यदि'यदि है ।

इफ इफ तिस तिस,तिस तिस तिस तिस तिस तिस तिस तिस तिस शब्दों में -'दी साइज़ ऑफ़ दीज़ पल्सीज़ वाज़ रफ्ली एक्युवेलेंत तू दी चेंज इन कार्बन -डाय -ओक्स्साइड एक्स -पीरिएन्स्द since the start ऑफ़ the industrial revolution ।

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