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बोध सम्बन्धी (संज्ञानात्मक कोगनिटिव सिम्टम्स)क्या हैं शिजोफ्रेनिया के ?
इस लक्षणों के तहत सोचने की प्रक्रिया ही खंडित (पंगु )हो जाती है ,ऐसे में रोज़ मर्रा के काम सम्पन्न करलेने में ही काफी दिक्कत साफ़ झलकती है शिजोफ्रेनिया से ग्रस्त व्यक्ति में ।
बेशक ये लक्षण जन्मना भी चले आरहे हो सकतें हैं लेकिन इनका प्रकट होना ,सतह पर आना ,इस विकार से ग्रस्त हो जाने पर बद से बदतर हो जाता है .
इन्हीं में शरीक हैं ये दिक्कतें :
(१)किसी भी सूचना का ठीक ठीक मतलब न निकाल पाना ,दिक्कत पेश आना
(२)किसी भी चीज़ पर ध्यान न टिक पाना ।
(३)याददाश्त सम्बन्धी समस्याएं ।
(ज़ारी...).
शुक्रवार, 15 अप्रैल 2011
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