गत पोस्ट से आगे ....
वह कौन से बदलाव हैं ब्रेन केमिस्ट्री में ,कौन कौन से भौतिक और रासायनिक परिवर्तन हैं जो पैरानोइआ की वजह बनतें हैं यह सिर्फ अनुमेय ही है .कितने ही मनोविकार का ख़ास लक्षण है पैरानोइया ,कायिक रोगों का भी ।
कई दवाओं से ,पोट स्मोकिंग से (सिगरेट में तम्बाकू के साथ चरस गांजा आदि भरके पीना )भी पैरानोइया के लक्षण पैदा हो जातें हैं .शिजोफ्रेनिया की एकटाइप (किस्म )का नाम ही "पैरानोइड शिजोफ्रेनिया "है .इस टाइप के शिजोफ्रेनिया का आम लक्षण है "दिल्युज़ंन "(भ्रांत धारणा ,भ्रांत विश्वाश )जिसमे शिज़ोफ्रेनिक को लगता है सारी कायनात , दुनिया उसी के पीछे पड़ी है .उसकी दुश्मन ,उसके खिलाफ साजिश रच रही है ।
हकीकत से शिज़ोफ्रेनिक का संपर्क टूट जाता है ।
ए शिज़ोफ्रेनिक डिस -प्लेज हेल्युसिनेसंस ,फ्लेट ऑर इमोशंलेस "अफेक्ट ",एंड डिस -ओर्गेनाइज़्द थिंकिंग एंड बिहेविअर ।
पैरानोइड पर्सनेलिटी डिस -ऑर्डर तभी डायग्नोज़ किया जाता है जब पैरानोइआ ही प्रमुख लक्षण हो शिजोफ्रेनिया के दूसरे लक्षण गैर हाज़िर हों .क्रोनिक पैरानोइया ही व्यक्ति को ड्राइव किये रहता है .हर बात में पैरानोइया ही प्रकट होता है ऐसे में ।
किसी का भरोसा नहीं करते" पैरानोइड पर्सनेलिटी डिस -ऑर्डर" से ग्रस्त व्यक्ति(पैरानोइड ) ,शक्की होतें हैं सभी के प्रति ,अन-आश्वस्त रहतें हैं सभी से जैसे मानो सभी उनके विरोध में खड़े हैं उनका पीछा कर रहें हैं ।
अलावा इसके निम्न में से कमसे कम चार लक्षण इनमे मुखरित हो सकतें हैं :
(१)बेहद संदेही बना ऐसा व्यक्ति सोचता रहता है लोग उससे झूठ बोल रहें हैं उसे ठग रहें हैं ,धोखा देतें हैं ,किसी न किसी प्रकार की चोरी उससे की जारही है कुछ छिपाया जा रहा है ।
(२)यही सोचता रहता है क्या लोग भरोसे के लायक होतें हैं ?वफादार होतें हैं ?निष्ठा रखतें हैं ?
(३)किसी से अपने दिल की बात नहीं करता ,कहीं धोखा न देदे सामने वाला ।
(४)सहज की गई निरापद टिपण्णी भी ,सहज घटनाओं से भी उसे अपने लिए ख़तरा ही ख़तरा दिखलाई देता है ।
(५)शिकायत ही शिकायत रहती है उसे देर तक ,दूर तक ,लगता है उसका अपमान करने पर तुले हैं लोग ।
(६)दूसरो के काम और कहे गए शब्द उसे अपने खिलाफ कहे गए लगतें हैं ,आक्रामक लगतें हैं ,वह प्रत्युत्तर में जैसे को तैसा वाला रुख इख्त्यार कर लेता है .कमर कस लेता है विरोध के लिए ।
(७)बारहा सोचता है उसका साथी बे-वफा है ,छल -कपट कर रहा है प्रेम में भी ।
दूसरी न्यूरो -डी -जेंरेतिव डिजीज के लक्षण के रूप में भी उभर सकता है पैरानोइया ।
ब्रेन -अटेक के उत्तर प्रभाव के रूप में भी आसकता है इसका लक्षण ,ब्रेन इन्ज्रीज़ ,कई किस्म के दिमेंशियाज़ में भी जिनमे अल -जाई -मार्स भी शामिल है .हटिंग -टन और पार्किन्संज़ डिजीज में भी यह सिर उठा सकता है ।
कुछ दवाओं ,ड्रग्स से भी इसके लक्षण पैदा हो सकतें हैं .कोर्तिको -स्तिरोइड मेडिकेसंस, एच २ ब्लोकर्स ,कई मसल रिलेक्सेंट्स ,एंटी -वायरल ,एंटी -पार्किन्सन ड्रग्स (नार्डिल )आदि भी इसे प्रेरित कर सकतीं हैं ।
एब्युद ड्रग्स कोकेन ,मारिजुआना ,एक्सटेसी (एम् डी एम् ए ),एम्फीटा -माइंस (जिनमे रितालिन भी है ),एल एस डी ,पी सी पी (एंजेल डस्ट) इसी वर्ग में आयेंगी .एडिक्टिव ड्रग्स के विड्रावल के रूप में भी यह प्रकट होता है .(ज़ारी...).
गुरुवार, 7 अप्रैल 2011
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