स्क्रीनिंग फॉर ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिस -ऑर्डर्स ?
(१)ए "वेळ चाइल्ड" चेक अप शुड इन्क्ल्युद ए डेवलप- मेंटल स्क्रीनिंग टेस्ट .
बाल रोगों का माहिर ज़रूरी नहीं है आपके बच्चे के सामान्य विकास के नज़रिए से उसे देखे परखे आपको उसे कहना पड़ेगा ,वह बच्चे के सामान्य विकास की भी टोह ले .क्या सब कुछ सामान्य ढंग से चल रहा है .इस दिशा में आपकी ओब्ज़र्वेशन आपके प्रेक्षण आपके सुझाव बच्चे के विकासात्मक पहलू को लेकर ख़ास मायने रखतें हैं क्योंकि आप तो चौबीस घंटा सब कुछ देख परख रहें हैं ।
कहीं कुछ असामान्य है तो आपको ही बताना होगा . इस सिलसिले में फेमिली विडीयो टेप्स ,बेबी एलबम्स ,फ़ोटोज़ को देख कर आप यह बता सकतें हैं याद करके किस चरण में बच्चे का क्या व्यवहार था ,क्याकुछ विकास के मामले में उसने और कब हासिल किया था ।
अलबत्ता कई मेडिकल इन्स्त्रयुमेंट्स इन दिनों विकसित किये गए हैं ,जो बच्चे के सामाजिक और सम्प्रेषण से ताल्लुक रखने वाले (कम्युनिकेटिव डेव लप मेंट )विकास के बारे में तुरता सूचना मुहैया करवासकतें हैं , एकत्र कर सकतें हैं .
इन्हीं में से एक है :
"सी एच ए टी" यानी चेक लिस्ट ऑफ़ ऑटिज्म इन टोड -लर्स,अलावा इसके हमारे पास है -
"एम् -सी एच ए टी "यानी मोडिफाइड चेक लिस्ट फॉर ऑटिज्म इन टोड -लर्स ,दी स्क्रीनिंग टूल्स फॉर ऑटिज्म इन टू ईयर्स ओल्ड (एस टी ए टी )एवं सोसल कम्युनिकेशन क्व्श्चानेयर जो चार साल या उसके ऊपर के बच्चों के आत्मविमोह विकार के बारे में पड़ताल करती है .
इनमे से कुछ का सम्बन्ध माँ -बाप के लिए तैयार की गई और उन्हीं से पूछी गई प्रश्नावली से है बच्चे के विकास के हर पहलू से ताल्लुक रखते हैं ये सवाल ।
कुछ का सम्बन्ध पेरेंट रिपोर्ट और प्रेक्षण (ओब्ज़र्वेशन )दोनों से है ।
इनमे से एक ख़ास आइटम है :"प्री -टेंड- प्ले "जो दो साल से नीचे के बच्चों के लिए तथा सामान्य बच्चों को आत्म विमोह विकार से ग्रस्त बच्चों को अलग करने में एहम रहता है .क्या आपका बच्चा" टॉय एयरो प्लेन "को असली की तरह उड़ाने का अभिनय करता है ?
बेशक ये स्क्रीनिंग इन्स्त्रयुमेंट्स (रोग निदान में सहायक उपादान )किसी भी बच्चे के रोग का निदान प्रस्तुत नहीं करते लेकिन एक सन्दर्भ मुहैया करवाते हैं एक अनुदेश देते हैं आपको आप डायग्नोसिस के लिए आगे माहिरों के पास जाएँ .सबकुछ ठीक नहीं है आपके बच्चे के साथ .ये स्क्रीनिंग इन्स्त्रयुमेंट्स माइल्ड ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिस -ऑर्डर्स (ए एस डी )यथा एसपर्जर सिंड्रोम या हाई -फंक्शनिंग ऑटिज्म का अपने आप में रोग निदान नहीं करते हैं .ना -काफी है इसके लिए .अलबत्ता एक रेफरल आपको मुहैया करवातें हैं ।
गत वर्षों में "एसपर्जर सिंड्रोम "तथा हाई -फंक्शनिंग ऑटिज्म के लिए "स्क्रीनिंग इन्स्त्रयुमेंट्स तैयार किये गएँ हैं ,इनमे प्रमुख हैं :
(१)दी ऑटिज्म स्पेक्ट्रम स्क्रीनिंग क्वाश्चानेयर (ए एस एस क्यू)
(२)दी ऑस्ट्रेलियन स्केल फॉर एस्पर्जर्स सिंड्रोम
(३)दी चाइल्ड हुड एसपर्जर सिंड्रोम टेस्ट (सी ए एस टी )
ये भरोसे के साथ स्कूल जाने लायक उम्र के बच्चों की स्क्रीनिंग करतें हैं एसपर्जर सिंड्रोम या हायर फंक्शनिंग ऑटिज्म के लिए ।
इनका फोकस सोसल और बिहेवियर इम -पेयर मेंट पर रहता है ,विदाउट सिग्नीफिकेंट लेंग्विज डिले .
ऐसे में बाल रोग के माहिर को "रूटीन "वेळ चाइल्ड चेक अप "तथा स्क्रीनिंग प्रोसेस के बाद यदि ए एस डी के संकेत दिखलाई देतें हैं तब आगे जांच परख और डायग्नोसिस की ज़रुरत पडती ही है .(ज़ारी ...).
सोमवार, 11 अप्रैल 2011
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