गुरुवार, 14 अप्रैल 2011

हाव इज बाईपोलर दिस -ऑर्डर ट्रीट -इड?

बाईपोलर डिस -ऑर्डर का इलाज़ कैसे किया जाता है ?क्या है ?
एक दिमागी विकार के तौर पर बाईपोलर डिस -ऑर्डर को आम तौर पर एक मनो-रोगात्मक (साईं -कीआट -रिक )या मानिसिक बीमारी के तहत रखा गया है ।
अलबत्ता इसे सहज ही एक मेडिकल कंडीशन भी माना समझा जा सकता है क्योंकि अधुनातान वैज्ञानिक शोधों के अनुसार इस विकार की वजह हमारे दिमाग में पैदा होने वाले अनेक न्यूरो -ट्रांस -मीटरों का महज़ असंतुलन भी बनता है ।
इसीलिए किसी भी ट्रीट -मेंट प्लान के तहत फार्मोकोलोजिकल इंटर वेंशन (मेडिकेशन )तथा कई बार साइकोलोजिकल थिरेपी को भी रखा जाता है ।
कई मर्तबा साईं -की -आट्रिक होस्पितेलाइज़ेशन भी ज़रूरी हो जाता है ताकि मरीज़ को स्तेबिलाईज़किया जा सके सुरक्षित तौर पर ।
कुछ अति धुर स्थितियों (एक्सट्रीम सर्कम्स -टान -सीज में )कुछ वैकल्पिक चिकित्सा भी आजमाई जाती है जो आम नहीं है ।
मेडिसंस फॉर बाईपोलर -डिस -ऑर्डर :ड्रग ट्रीट -मेंट का पहला लक्ष्य मरीज़ को स्टब -लाइज करना होता है . ताकि मेनिक और डिप्रेसिव एपिसोड्स से पैदा एक्स ट्रीम मूड -स्विंग्स से पार पाई जासके ।
अलावा इसके साइकोसिस और इसके साथ साथ आने वाले एन्ग्जायती के लक्षणों के लिए भी दवाएं दी जातीं हैं .इसीलिए दी जाने वाली दवाओं की सूची भी बहुत लम्बी है .अलबत्ता प्रयुक्त दवाओं को कुछ वर्गों में रखा जा सकता है .
(१)एंटी -एन्ग्जायती एंड सिदेतिव्ज़(चित्त शामक ,प्रशान्तक दवाएं ).
(२)एंटी -डिप्रेसेंट्स .
(३)एंटी -साइकोतिक्स .
(४)मूड स्तेबिलाइज़र्स .तथा
(५)केल्शियम चैनल ब्लोकर्स .(ज़ारी...).

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