आत्म विमोह का मतलब क्या है ?
अंग्रेजी भाषा और शब्द कोष को पहले पहल "इन -फेन -टाइल ऑटिज्म "यानी शिशुओं से सम्बद्ध आत्म विमोह शब्द समुच्चय देने वाले डॉ .लो केनर रहें हैं जिन्होंने ने१९४३ में जोहन्स होपकिंस अस्पताल में काम करने के दौरान ११ ऐसे बच्चों का अध्ययन किया जो आत्म विमोह से ग्रस्त थे .
लगभग इसी समय इक जर्मनी के डॉ .हंस अस्पेर्गेर ने इस रोग की कम गंभीर किस्म (Milder Form )का ब्योरा दिया जिसे "एसपर्जर सिन्ड्रोम" कहा गया .
आज इन्हें ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिस -ऑर्डर्स(ए एस डी )के नाम से जाना जाता है .प्रिव्लेंस रेट भी १००० के पीछे ९ मानी जा रही है वजह आज हमारे पास ज्यादा रोग निदानिक तरीके (डायग्नोस्टिक टूल्स )हैं ,इस विकार की रिपोर्टिंग भी पहले से ज्यादा हो रही है ।
भरोसे मंद तरीके से इन विकारों का रोग निदान तीन साल तक की उम्र तक हो जाता है निदान शिशु के डेढ़ साला होने पर भी कुछ मामलों में हो जाता है .कुछ अध्ययनों के अनुसार इक साल तक के शिशुओं में भी लक्षण प्रकट हो जातें हैं ,रोग निदान भी ।
जिन शिशुओं में साफ़ साफ़ न तो एस्पर्जर्स सिंड्रोम के लक्षण और न ही आत्मविमोह के इक क्राईटेरिया के अनुसार पर सही उतारते हैं उन्हें पी डी डी -एन ओ एस यानी पर्वेसिव डेवलप -मेंटल दिस -ऑर्डर नोट अदर-वाइज़ स्पेसी -फाइड से ग्रस्त माना जाता है .(ज़ारी...)
शनिवार, 9 अप्रैल 2011
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