सोमवार, 4 अप्रैल 2011

व्हाट इज बॉडी डिस -मोर्फिक डिस -ऑर्डर (ज़ारी...)

इस ओबसेशन को हवा देने में माहौल भी अपनी भूमिका अदा करता है औरों की चुभने वाली टिपण्णी की बात छोडिये इस एडिक्शन से ग्रस्त लोगों का खुद से और खुद की निगाह में अपनी ही छवि से भी सम्बन्ध टूट जाता है .परफेक्शन ,शाश्वत सौंदर्य ढूँढने लगता है व्यक्ति खुद में ,चिर युवा दिखना चाहता है ।
जेनी को उसके पति ने बस यह कह दिया था ,तुम्हारी नाक ज्यादा ही लम्बी है और स्तन छोटें हैं .जेनी २८ साला होते होते २६ बार प्लास्टिक सर्जरी करा चुकी थी .सिलसिला रुका नहीं है ,कभी बूब जॉब ,कभी ,ब्रेस्ट लिफ्ट्स ,चीक्स इम्प्लान्ट्स ,नोज़ जोब्स इक के बाद इक ,वेनेएर्स इन टीथ ,लाइपोसक्शन कभी ऊपरी बाजुओं पर कभी उदर,नितम्ब ,जघन प्रदेश पर ,घुटनों पर .टीवी- सोज़ ने भी इसे बढाया है .

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