आर एक्स का मतलब होता है -इन दी नेम ऑफ़ गोड यानी डॉ .कहता है "मैं यह नुश्खा लिखता हूँ ठीक परमात्मा करता है "-आई ट्रीट ही क्युओर्स ।
कई रोग वहमी भी डॉ के पास आ जातें है -इन्हें रोग तो कोई होता नहीं है अलबत्ता रोग का वहम छटे छमासे बना रहता है -डॉ इन्हें खाली हाथ नहीं भेजता -"प्लेसिबो" लिख देता है यानी दवा नहीं होती है वह न्यूट्रल साल्ट होता है ,आम भाषा में कहें तो -डॉ मीठी गोली दे देता है -व्यंग्य विनोद में कह सकतें हैं -गोली दे देता है ।
एक बात और लिखी जाती है नुश्खे पर -किसी भी दवा के आगे -
"एस ओ एस "इसका मतलब है जब ज़रूरी हो मसलन एनाल्जेसिक दवा है ,तो सिर्फ तब तब लें जब दर्द हो ,अन्यथा नहीं .एज ओफतिन -टाइम्स एज रिक्वायर्ड .
शनिवार, 23 अप्रैल 2011
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3 टिप्पणियां:
बढ़िया जानकारी के लिए आभार.
Very useful post. Thank you.
shukriyaa zanaab kajal kumarji ,Kunnwar Kusumeshji .
veerubhai .
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