ड्रॉप एंड डू टेन:पेशियों को तेज़ी से हिलाना डुलाना ,गति आवेग प्रदान करना तनाव भगाने का फौरी और आसान तरीका है .टालबोट के अनुसार यह शरीर को इस मुगालते में रखना है ,तनाव का वायस (वजह )अब नहीं है ।
व्यायाम आपके रक्त प्रवाह को तेजतर करता है .स्ट्रेस हारमोन (कोर्तिसोल )को बुहार कर आपके गुर्दों (किड -नीज )तक ले आता है और यहाँ गुर्दे इसे आपके सिस्टम शरीर तंत्र से फ्लश आउट कर देतें हैं ,बाहर निष्कासित करदेतें हैं .आप जानतें हैं ,गुर्दे बेहतरीन सफाई करम चारी हैं ।
लेकिन अगर किसी मेडिकल कंडीशन की वजह से पुश -अप्समुमकिन ही नहीं हैं ,सिर्फ हाथ और टांग की पिंडलियों को हिलाना डुलाना भी कारगर रहेगा ।
पोस्ट लंच टहलना भी काम करेगा .सप्ताह में बस तीन मर्तबा १८ मिनिट टहलना कोर्तिसोल का स्तरतेज़ी से १५ %घटा सकता है .
गो स्लोली एट मील्स:तनाव के क्षणों में हम स्वास्थाय्कर भोजन भी जल्दी जल्दी गले से जबरी नीचे उतार लेतें हैं .खाते नहीं हैं भाकोस्तें हैं .स्वाद से बे -परवाह बने रहतें हैं .बीस मिनिट बाद पता चलता है दिमाग को ज़नाब का पेट भर चुका है । भकोसने का मतलब है आप ज़रुरत से ज्यादा खायेंगें .ओवर ईट करेंगें .(स्रोत :डॉ .दिव्या पराशर ,क्लिनिकल री -हेबिलिटेशन साईं -कोलोजिस्त ,इंडियन स्पाइनल सेंटर ,न्यू -देल्ही )।
स्वाद ले लेकर धीरे धीरे खाना ,पेट भरने की ओर निगाह रखना तृप्ति भी देता है ,कोर्तिसोल का स्तर घटाता है .आप कम खातें हैं ,ज्यादा तृप्ति पातें हैं . (ज़ारी )
रविवार, 12 सितंबर 2010
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2 टिप्पणियां:
जानकारी देने का शुक्रिया
http://veenakesur.blogspot.com/
veenaaji aap blog par aain ,shukriyaa .hoslaa badhaati rhiye .
veerubhai
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