बुधवार, 29 सितंबर 2010

क्या है री -कनेक्टिव हीलिंग ?

लाइटनेस ऑफ़ बींग .री -कनेक्टिव हीलिंग चेनल्सएनर्जी एंड लाईट टू हील .लीडिंग प्रेक्टिशनर डॉ .एरिक पर्ल इलाबोरेट्स (मुंबई मिरर ,सितम्बर २८ ,२०१० ,पृष्ठ २२ )।
तमाम तरह की वैकल्पिक चिकित्सा आजकल उस ऊर्जा का बाराहा ज़िक्र करतीं हैं जो हमारे गिर्द रहती है .जिसे कभी "ची "तो कभी "औरा "भी कहा जाता है .इसी ऊर्जा क्षेत्र को संतुलित बनाए रखने की कला-कौशल और अभ्यास है एनर्जी हीलिंग ,जो व्यक्ति मानस (मानसिक और भौतिक जगत ,मानसिक और भौतिक अस्तित्व )दोनों को असरग्रस्त करती है .रेकी ,प्राणिक हीलिंग,एक्यु -पंक्चर की मानिंद ही री -कनेक्टिव हीलिंग इनदिनों चर्चा में है ।
री -कनेक्टिव हीलिंग के तहत लाईट (प्रकाश ऊर्जा,विकिरण ऊर्जा ) ,एनर्जी तथा सूचना (जानकारी ,इन्फार्मेशन ) तीनो का स्तेमाल व्यक्ति के दैहिक ,मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्यमें सकारात्मक बदलाव , दुरुस्ती के लिए किया जाता है .
इसके मुख्य प्रस्तावक हैं डॉ .पर्ल एरिक (एक अमरीकी, पूर्व चाइरो -प्रेक्टिक प्रेक्टिशनर ).ए चाइरो -प्रेक्टिशनर ट्रीट्स दिजीज़िज़ बाई मनिप्युलेशन ,मैनली ऑफ़ दी वर्तिब्रे ऑफ़ दी बेकबोन.चाइरो -प्रेक्टिक इस बेस्ड ऑन दी थिअरी देट नियरली आल डिस -ऑर्डर्स कैन बी ट्रेस्द टू दी इनकरेक्ट एलाइन्मेन्त ऑफ़ बोनस ,विद कन्ज़िक्युवेंत मालफंक्शनिंग ऑफ़ नर्व्ज़ एंड मसल थ्रू -आउट दी बॉडी .
यह एक ऐसा अनुशासन है जो मानता समझता है ,मस्क्युलो -स्केलिटल-सिस्टम खासकरहमारी स्पाइन (रीढ़ )के तामाम विकार हमारे सम्पूर्ण स्वास्थ्य को असरग्रस्त करतें हैं .
पर्ल कहतें हैं मेरे मरीजों ने मुझे बतलाया है ,उन्हें प्रकाश (दिव्य पुरुषों का प्रभामंडल ,दोस्तों की मनोहारी छवियाँ ),तरह तरह के रंग और कभी कभार वह तमाम लोग भी साफ़ दिखलाई देतें हैं री -कनेक्टिव हीलिंग - सेशन के दरमियान जो चिकित्सा कक्ष में वास्तव में मौजूद होतें ही नहीं है .
कुछ ने जादुई तौर पर लाइलाज रोगों की जद से बाहर आने का इशारा किया वह भी देखते ही देखते ,उस दरमियान जब पर्ल उनके आस पास सिर्फ अपने हाथों को गति स्पंदन दे रहे थे ,इसहाथों की हरारत के दौरान पर्ल उनका स्पर्श भी नहीं कर रहे थे .इनमे एन -जाइना से लेकर मल्तिपिल स्केलेरोसिस तथा कैंसर के अंतिम चरण से जूझते मरीज़ मरीजाएं भी रहीं हैं .

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