रोबोट ए-यर क्राफ्ट एज ए-यर बोर्न कोप्स ?(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,सितम्बर २९ ,२०१० ,पृष्ठ २३ )।
मानव रहित विमानों का आम तौर पर प्रति -रक्षा सेवाओं में आतंकी ठिकानों की निगरानी ,दुश्मनके थ्रेत्निंग विमानों की निगहबानी के लिए किया जाता रहा है .खुफिया कामों के लिए तो इनका स्तेमाल होता ही आया है इस अधुनातन दौर में अब इससे से भी एक कदम आगे निकल यह घरलू कामों की भी निगरानी करेंगे ,कोप्स की भूमिका में आयेंगें .अन्तरिक्ष से निगाह रखेंगें रन -नीतिक ठिकानों पर .बुनियाद परस्त जो कुछ ना करदेंकरादें सो कम .फिर चाहे ११/९ की बगल से मस्जिद बनाओ या कुछ और ,क्या फर्क पड़ता है ?
ए -यर बोर्न ट्रेफिक कोप्स (मुआफ करना उडन शील रोबोट्स ) अब सीमाओं की चौकसी करेंगें .दो शहरों के बीच माल की आवाजाही का ज़रिया भी बनेंगें ।
आइये देखते हैं क्या कहतें हैं ,पीटर सिंगेर नै किताब "वायर्ड फॉर वार "में .उन्हीं के शब्दों में "इन दी नेक्स्ट डिकैद दे -यर विल बी सम काइंड ऑफ़ पे -यरिंग ऑफ़ ह्युमेंस एंड अन -मेनिड(मानव रहित प्रणालियों )सिस्टम्स .
बुधवार, 29 सितंबर 2010
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