चार बांस ,चौबीस गज ,अंगुल अष्ट प्रमाण
ता -ऊपर ,सुलतान है ,मत चुके चौहान ।
सन्दर्भ मोह्मम्मद गौरी के दरबार में कविचंदबरदाई द्वारा उठाए गये इस प्रसंग का अयोध्या के सन्दर्भ में भी बड़ा मौजूं है .गौरी ने छलबल से पृथ्वी राज चौहान को ना सिर्फ बंदी बनाया उनकी आँखें भी निकलवा दीं .शब्द बाण चलाने में माहिर थे चौहान .चंदबरदाई ने गौरी को एक राजा के दूसरे राजा के प्रति गरिमा पूर्ण व्यवहार की याद दिलाते हुए यह भी बतलाया :महाराजा शब्द बाण चलातें हैं .गौरी तो अपने गुरूर में मदमस्त था कहने लगा ऐसा था तो युद्ध में क्यों मुझसे हार गये .मैं नहीं मानता जो तुम कह रहे हो .चंद बरदाई ने कहा-आज़माइश करके देख लो .अपने गुरूर में गौरी बहुत ऊपरमचान पर जाकर बैठ गया ,गुरूर में उसने कहा -ओ पृथ्वी- राज दिखा करतब .और चौहान साहिब ने बाण चला दिया .गौरी हताहत हुआ .चंदबरदाई ने चौहान को उक्त दोहा सुनाकर गौरी की सटीक स्थिति का बोध करा ही दिया था शेष काम बाण विद्या ने कर दिखाया ।
मुस्लिमों के सामने भी एक मौक़ा है .चूक गये तो हाथ मलना पड़ेगा .सवाल उनकी अपनी मर्दन हो चुकी छवि से जुडा है जिसे अलगाव वादी घर बाहर के लोग हवा देते रहें हैं .९/११ और २६ /७ के बाद अब यह मौक़ा आया है तो चूकने के लिए नहीं अपनी छवि निखारने के लिए ही अल्लाह ताला ने मुहैया करवाया होगा ।
सबसे बड़ा फायदा इस कदम से देश का होगा यदि सुन्नी वक्फ बोर्ड एक तिहाई ज़मीन पर अपनी मिलकियत स्वेच्छा से छोड़ मंदिर निर्माण को आगे आये तो मुलायम -रामविलास पासवान -लालू की इतर सेक्युलर पुत्रों की राजनीति की हवा भी निकल जायेगी .इसी फूट का यह ख़ा रहें हैं .
फिर उदार हिन्दू मन मुस्लिम भाई जहां चाहेंगें (अयोध्या से बाहर कहीं भी ,अयोध्या में पहले ही कई मस्जिद हैं जिनपर कभी कोई विवाद नहीं रहा है ).बनवा देंगें .आखिर भारत में पहली मस्जिद कालीकट के एक हिन्दू राजा ने ही बनवाई थी .वैसे भी मस्जिद राम लाला की तरह किसी का जन्म स्थान नहीं रही है -जहां नमाज़ अता की जाती है वह जगह पाकीज़ा हो जाती है ,मस्जिद बन जाती है .मक्का में पहली मस्जिद वहां बनी थी जहां मोहम्मद साहिब का ऊँट बैठ गया था .
गुरुवार, 30 सितंबर 2010
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2 टिप्पणियां:
बहुत ही बढिया ख्याल हैं आपके.
श्रीराम जय राम - जय जय राम
बधाई हो
बधाई हो
दोनों पक्षों को शुभकामनाएं.
shukriyaa deepak babaaji .
veerubhai .
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