ब्रेस्ट -फीडिंग हेल्प्स बर्न ५०० केलोरीज़ ए डे (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,सितम्बर १६ ,२०१० ,पृष्ठ २१ )।
न्यू -योर्क स्टेट डिपार्टमेंट ऑफ़ हेल्थ केम्पेन के मुताबिक़ जो महिलायें अपने दुधमुहे को दुग्धपान करवातीं है (ब्रेस्ट फीड देती हैं )वह एक दिन में ५०० केलोरीज़ स्तनपान के ज़रिये ही खर्च कर लेती हैं .इसका फायदा शिशु के संग संग माँ को भी मिलता है .माँ का वजन कम होने रहने से जीवन शैली रोग सेकेंडरी डायबिटीज़ के खतरे का वजन भी कम रह जाता है ।
न्यू -योर्क हेल्थ डिपार्टमेंट ने इन दिनों एक जन स्वास्थ्य जन शिक्षण अभियान चला रखा है जिस पर १.६ मिलियन डॉलर खर्च किये जायेंगें .मकसद है महिलाओं को स्तन पान के बहु -आयामीय फायदों से वाकिफ करवाना .काया चिकित्सक कमसे कम एक बरस तक नवजात शिशु को स्तन पान करवाते रहने की सलाह देतें हैं .दीगर है कुछ महिलायें ६ महीने के बाद ही स्तन पान करवाना बंद करदेतीं हैं .फिरभी आज ७५ फीसद शिशुओं को स्तन पान मयस्सर है जो अब से १५ बरस पहले तक केवल ६० फीसद शिश्युओं को ही नसीब होता था .जन शिक्षण बड़ी चीज़ है .फिर स्तन पान तो अमृत पान है शिशु को सामाजिक सुरक्षा देता है ,इम्युनिटी -वर्धक है .कुदरती रोग निरोधीटीका है , माँ का दूध .मार पीट में जिसकी अकसर दुहाई दी जाती है -कित्ता दूध पीया है तूने अपनी माँ का आ देखें जरा -किसमे में है कितना दम?और यह भी साले इतना मारूंगा छटी का दूध याद आजायेगा .फूट ले यहाँ से .
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