कर्व्स फॉर ए फ्लिंग ,फेस फॉर मेरिज (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुबई ,सितम्बर १६ ,२०१० ,पृष्ठ २१ )।
लाइव साइंस में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार सिर्फ अल्प कालिक प्रणय प्रसंग ,रंगरलियाँ मना ने के लिए मर्द औरत की फिगर खासकर कटी प्रदेश को ताकतें हैं जबकि जीवन साथी का चयन चेहरा देख भाल कर करतें हैं .कटी प्रदेश उनके लिए उसकी वर्तमान फर्टिलिटी (यहाँ तक की यौनिकता,सेक्स्युलिती )का आइना होता है और चेहरा दूर तक जाने वाली तंदरुस्ती और फर्टिलिटी का अक्श बनकर मुखरित होता है .टेकसाज़ विश्व विद्यालय,ऑस्टिन के साइकोलोजी ग्रेजुएट छात्र तथा अध्ययन के को -ऑथर जैमे कांफेर के अनुसार यह चयन आदमी के विकासात्मक रुझान की अभिव्यक्ति और प्रक्षेपण है .मेंस इवोल्युस्नरी ड्राइव है .
पूर्व के अध्ययनों से पता चला था ,औरत का चेहराउसके युवा और स्वस्थ होने की खबर देता है जो भविष्य में भी उसकी फर्टिलिटी (प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है ).जबकि देह यष्टि ,"दी बॉडी "काया की तराशी उसके वर्तमान में फर्टाइल होने का इशारा करती है .वेस्ट टू हिप रेशियो उसकीतात्कालिक ,वर्तमान प्रजनन क्षमता को रेखांकित करता है ।
कांफेर और उनके साथियों ने १९२ पुरुष और १८३ महिलाओं से जो सभी कोलिज में पढ़ते थे इन्हीं दो बिन्दुओं पर चयन को लेकर बात की .सभी विषम लिंगी थे .हेट्रो -सेक्स्युअल थे .कुल ६१ % पुरुषों और ६९ % महिलाओं नेदीर्घ गामी संबंधों के लिए चेहरे का चयन किया .लेकिन उन मर्दों में जो शोर्ट टर्म फ्लिंग की सोच रहे थे चेहरे में दिलचस्पी कम होती चली गई .५२ फीसद ऐसे मर्दों की निगाह देह यष्टि पर ही अटकी रही .
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
2 टिप्पणियां:
अच्छा जी ,तनिक कटी को कटि प्रदेश kar leejiye !
shukriyaa zanaabe -aali .
veerubhai
एक टिप्पणी भेजें