सोमवार, 6 सितंबर 2010
जब हम ज़मीं पर गिर जातें हैं तब हमारे और पृथ्वी के बीच ग्राविटोंस का जो विनिमय होता है वह पता क्यों नहीं चलता ?
हम जानते हैं हमारे और पृथ्वी के बीच गुरुत्व बल का वाहक एक कण "ग्रेवीतान"बनता है .वास्तव में हमारे शरीर और पृथ्वी के बीच अरबों अरब ग्रेवितोंस का द्रुत विनिमय इतनी रफ्तार से होता है ,इसका एहसास हमारे इंद्रिय बोध को पता ही नहीं चलता .दी एक्सचेंज इस सो रेपिड देत इट कैन नोट बी ओब्ज़र्व्द .दी टाइम रिजोल्यूशन इस सो वेनिशिंग- ली स्माल ,इट एस्केप्स डिटेक्शन .देत इज दी लिमिटेशन ऑफ़ ओब्ज़र्वेशन .हालाकि यह विनिमय एक सीमित वेग से होता है जो प्रकाश के वेग से ज्यादा नहीं हो सकता .सूरज और पृथ्वी के बीच आकर्षण की वजह भी यही विनिमय बल बनता है .और यहभी तात्कालिक भी कभी नहीं होता .समय लगता है इस विनिमय बल में भी .
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3 टिप्पणियां:
nice
ग्रेवीटोंस को विस्तार से बताएं। ब्लॉग पर नहीं तो मेरे मेल पर समझाएं, आभारी हूंगा।
एक रचना आपके लिए........
अंधेरा
एक प्रश्न है मेरा
क्या तुमने देखा है कभी अंधेरा
बड़े-बड़ो ने हां ही कहा है
मगर मैंने {न} ही कहा है
क्योंकि ये सत्य है
वैज्ञानिक तथ्य है
किसी भी वस्तु को
कोई भी तभी देख पाता है
जब उस वस्तु से प्रकाश परावर्तित हो
हमारी आंख तक आता है
और प्रकाश के आते ही
अंधेरा दुम दबाकर भाग जाता है
कोई भी किरण
करती हुई विचरण
कहीं से चकराकर
अंधेरे से टकराकर
नहीं लौट पाती
और हमारी आंख,
अंधेरे को नहीं देख पाती
हां, अंधेरा कोई वस्तु नहीं है
और भौतिक शास्त्र का ये नियम
अंधेरे पर लागू नहीं है
तो,
अब बताओ सही-सही
आपने अंधेरे को देखा या नहीं
नहीं न।
Dear sir ,graviton is a field particle ,a qunatum of gravitional field .It is maasless and always travels with the speed of light .
The rapid exchange of gravitons between two bodies results in a binding force and the two bodies mutually attract each other towards their common centre of maas .
There are four natural forces which cmmunicaes through four field particles ."Photon "is the qunatum of forceor field particle between an electron and proton .The rapid exchange of photons between two charged particles produces the electromagnetic force .
week interactions takes place through exchange of a field particle w and z particle .weak interaction is involved in radioactiv decay .it is the fundamental interaction between elementary particles . strong interaction is the binding force betwen a proton and neutron inside the nucleus ,mediated through rapid exchange of mesons (pi-mesons ).stronger the interaction the shorter its range .gravitational interaction is the weakest of all and hence extends upto infinity .strong have the shortest range .
virendra sharma
(HES-class 1)retd.
EX .principal govt Post .Graduate colege,Badli,jhajjar (haryana ).
4C,Anuradha ,NOFRA,Colaba ,Navy Nagar,Mumbai -400-005 .
09350986685/09167361634
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