बुधवार, 8 सितंबर 2010

उतना महफूज़ नहीं है औरतों का दिल (ज़ारी )

औरतों के दिल की आफत को बढाने वाली कुछ बुरी बातें :
छोटी होतीं हैं परिहृदयधमनियां (कोरोनरी आर्ट -अरीज़ ) औरतों की .इसलिए थोड़ा सी चिकनाई (प्लाक )जमा नहीं ,धमनियां अवरुद्ध .छोटे आकार की आर्ट -अरीज़ में स्टंट डालना खासा मुश्किल साबित होता है .कुल मिलाकर छोटी आर्ट -अरीज़ ख़तरा -ए -जान ,दिल का।
औरत का जो सबकी देख भाल संभाल करती है खुद अपनी सेहत पर ध्यान ना दे पाना दिल के लिए भी खतरनाक सिद्ध होता है .दिल के दर्द को अपच (इन -डायजेसन)मान समझ लिया जाता है .अपनी पारिवारिक पृष्ठ -भूमि (कहीं डाय -बेटिक लोडिंग तो नहीं रही आई है आपके खान- दान में ,हृद रोगों का सिलसिला तो नहीं चलता आया है .गौर कीजिये ).यही पृष्ठ भूमि आपके लिए भी दिल के रोगों के खतरे का वजन बढा सकती है .
क्रुशिंग हार्ट पैन के अलावा और भी लक्षण हैं दिल के दौरे के जो औरतों के मामले में जुदा हैं ।
अपच ,गैस आदि बनने के एहसास के अलावा ,बेहद की कमजोरी महसूस होना भी इसका लक्षण हो सकता है .सर्वेक्षणों से पता चला है ,दौरे से पहले बेहद की थकान के अलावा ,नींद में खललका चलते आना ,अपच और उदरीय शूल (एब्डोमिनल पैन ) दौरे के एक माह पहले से चलते रहना देखा गया है .अपना बी .पी ऐसे में नियमित चेक करवाइए .(स्रोत :डॉ वाई वी सी रेड्डी , सीनियर कंसल्टेंट एंड इंटर -वेंश्नल कार्डियो लोजिस्ट , अपोलो हॉस्पिटल चेन्नई,डॉ रमाकांत पंडा ,कार्डिएक सर्जन एंड मेनेजिंग डाय -रेक्टर ,एशियन हार्ट इंस्टिट्यूट ,मुंबई । ).
आपका डाय -बेटिक होना दिल के लिए ख़तरा इसलिए हैं क्योंकि यह रोग धमनियों में प्लाक जमा होने को हवा देता है .औरत को प्रजनन क्षम उम्र में रजो निवृत्ति से पहले जो बोनस के रूप में एच डी एल का ५-१० पॉइंट्स ज्यादा होना मिलता हैजो ह्रदय की हिफाज़त करता है डायबिटीज़ उसे बराबर कर देती है .
ज्यादा घातक सिद्ध होती है डायबिटीज़ औरत के दिल के लिए .रजो -निवृत्ति से पहले ही जो महिलायें डायबिटीज़ की चपेट में आ जाती है उनके लिए दिल के दौरे का ख़तरा उतना ही बना रहता है जितना डायबेटिक मर्द के लिए रहता है .इस्ट्रोजन और अतिरिक्त एच डी एल से मिलने वाला हिफाज़ती लाभ ख़तम हो जाता है .अलावा इसके गर्भ - काल (गर्भावस्था ,जेसटेशन पीरीयड,सामान्य अवधि ४० सप्ताह )में डायबिटीज़ होने का मतलब प्रौढावस्था के लिए भी इस रोग के खतरे को बढा देता है ।
धूम्रपान :काल सेंटर्स के चलते इधर शहरी आधुनिकाएं भी स्मोकिंग को फेशन के बतौर अपना रहीं हैं .यही हाई -पर टेंशन और एच डी एल ह्रास (एच डी एल के कम रह जाने )की वजह बन रहा है .दिल के लिए सबसे बुरी चीज़ है स्मोकिंग .दिल का इससे ज्यादा नुक्सान आप और क्या कर सकतीं हैं (यदि आप स्मोक करतीं हैं )।
(ज़ारी ...)

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