शुक्रवार, 10 सितंबर 2010

रोगनिदान के लिए सुगर -कोतिद नेनो -डाय -मंड

स्वेलोइंग डाय -मंड कुड डायग्नोज़ व्हाट इज एलिंग यु (मुंबई मिरर ,सितम्बर ९ ,२०१० ,पृष्ठ २५ )।
ताईवान के साइंसदानों ने पता लगाया है विशेष सुगर्स और प्रोटीनों की परत चढ़े नेनो -डाय -मंड निगलने के बाद हमारे शरीर में आसानी से ज़ज्ब हो विशिष्ठ कोशाओं से चस्पा हो जातें हैं ।
एनिमल्स तक वर्तमान में सीमित यह टेक्नीक एक दिन हम मनुष्यों में भी रोग निदान और दवा डिलीवरी कर इलाज़ का बेहतरीन ज़रिया बन सकती है .नैनों डाय -मंड कोशाओं और ओर्गेनिज्म दोनों ही तरह से,दोनों ही स्तर पर , नॉन -टोक्सिक हैं ।
येलो लाईट ज़ज्ब करने के बाद यह वाय -लट लाईट पुनर -उत्सर्जित करतें हैं एमिट करतें हैं ,निसृत करतें हैं .साइंसदानों ने अपनी आजमाइशों में राउंड वोर्म्स को दो तरह के नेनो डाय -मन्ड्स फीड किये .पहले बेच के डाय -मन्ड्स अन -को -टिड थे ,बस शुद्ध कार्बन और चंद नाइट्रोजन एत्म्स से युक्त थे .इन्होनें राउंड वोर्म का डाइजेस -टिव

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