शुक्रवार, 10 सितंबर 2010

आत्मरति से ग्रस्त हो जातें हैं फेसबुक के दीवाने

मिरर ,मिरर ऑन दी वेब :फेसबुक यूज़र्स आर नार्सिसिस्ट्स (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,सितम्बर ,१० ,२०१० ,पृष्ठ १९ )।
योर्क यूनिवर्सिटी ,कनाडाके साइंसदानों ने पता लगाया है जो लोग दिन रात अपना छवि मार्जन ,फेसबुक के ज़रिये करते रहतें हैं वह एक प्रकार के पर्सनालिटी डिस -ऑर्डर "आत्म -रति या नार्सिसिस्ज्म "से ग्रस्त होतें हैं .आपने १८- २५ साला १०० छात्रोंको जिनमे आधे मर्द और आधी औरतें थीं शामिल किया .इन लोगों से इनकी फेसबुक आदतों के बारे में पूछा गया ,कौन कितना समय अपनी छवि निखारने में बिता रहा है .नारसीसिज्म का स्तर पता लगाने के लिए सभी का मनो -वज्ञानिक परीक्षण किया गया , जिन छात्रों ने साइकोलोजी टेस्ट्स में ज्यादा अंक हासिल किये वह फेसबुक पर ज्यादा समय बिता रहे थे .मर्द फेस बुक पर ज्यादा से ज्यादा पोस्ट्स लिख रहे थे अपनी खुद की छवि निखारने के लिए जबकि औरतें बहुत सावधानी पूर्वक अपनी प्रोफाइल तस्वीरों का चयन कर रहीं थीं .अध्ययन की पूरी रपट जर्नल "साइबर -साइकोलोजी "में प्रकाशित हुई है ।
आपको बतलादें असुरक्षा की भावना ,अपने आप में भरोसे ,आत्म विशवास की कमी ,अपने इगो को आत्म रति के रूप में प्रक्षेपित करवाती है .आदमी बेहद प्रशंशा का भूखा रहने लगता है .अपनी कमतर क्षमताओं का बढ़ चढ़ कर आकलन करने लगता है .अपने को बेहद महत्त्व -पूर्ण मानने समझने का भ्रम पाले रहता है .यह एक मनो -विकार है ।
नार्सिसस एक यूनानी मिथक का पात्र है .एक ऐसा पुरुष है ,जो बेशक खूब -सूरत है और दिन रात अपनी खूब -सूरती पर ही रीझता रहता है .वह जल में अपनी छवि देखता है और घंटों उस छवि को ही निहारता रहता है ."एको" के प्रेम को ठुकराने की उसे सजाये मौत मिलती है .तभी से नारसीसिज्म प्रयोग चल निकला .हमारे आसपास भी बहुत से ऐसे लोग होतें हैं जो आत्म -शलाघा(खुद की बेहद प्रशंशा की हर दम औरों से अपेक्षा बनाए पाले रहतें हैं .)फिर चाहें वह इसके पात्र हों ना हों ।
फेसबुक को दर्पण की तरह निहारने वाले इधर कई लोग पैदा हो गए हैं .इनका एक ही काम है .दिन रात अपनी यथार्थ से हठकर नकली छवि बढा चढ़ा कर पेश करते रहना .जो नहीं हैं वह दिखना .दिन रात अपनी तस्वीरें पेश करते रहना ,एक से बढ़कर एक .पोस्ट्स लिखते रहना .रिसर्चरों ने अपनी रिपोर्ट में इन्हीं की चर्चा की है .

1 टिप्पणी:

Arvind Mishra ने कहा…

इस जानकारी की सहभागिता के लिए शुक्रिया !