स्वस्थ मुक्तावली का मतलब है बेटर च्युइंग ,मजबूत मसूढ़े .खाना चबा चबा कर अच्छी तरह खाना .ज़ाहिर है ऐसे में पाचन तंत्र ठीक काम करेगा .आपका मन और काया स्वस्थ रहेगी .तभी गर्भ धारण करने के मौके बढ़ेंगे .आप सेक्स के लिए तैयार होंगी मन और काया दोनों से .सूक्ष्म नै काया का नै आत्मा का आवाहाँ ज्यादा कामयाब रहेगा .इसलिए ज़रूरी है कमसे कम एक साल पहले जंक फ़ूड को अलविदा कहा जाए .मुख स्वास्थ्य कीसंभाल के लिए दांतों के डॉक्टर के पास जाया जाए ताकि ६ माह बाद फोलो अप के लिए गर्भ धारण से पूर्व दोबारा जाया जा सके .यदि स्केलिंग ड्यू थी (दांतों की मंजाई),गम केविटीज़ थी ,उनकी समुचित भरपाई की जा सके ।
पोषण पर पुष्टिकर तत्वों पर ध्यान दीजिये .यदि स्त्री रोग विज्ञान की माहिर और प्रसूति -विद ने यह कहा है जाइए पहले अपना वजन कम कीजिये .तब इसका सही मतलब जानिएगा ?
यही वह समय है जब आप फैड डाइट को अलविदा कह दें ।
'सोमवार केवल दही मंगल केवल दाल ,खाने से पहले फाइबर ड्रिंक्स ,चाय -कोफी अदबदाकर पीने से एपेताईट तो क्या किल होगा ,भूख कम नहीं होगी वजन भी नहीं ,गर्भ धारण के अवसर ज़रूर कम हो जायेंगे ।"
आपकी गाइनेकोलोजिस्ट का मतलब था अपना खान पान दुरुस्त कीजिये .फिर गर्भधारण की सोचिये .यदि ऐसा नहीं किया तो गर्भावस्था के दौरान वेट तो ज़रुरत से ज्यादा बढेगा ही ,प्रसव भी मुश्किल से और मुश्किल होता चला जाएगा ।
इसलिए ज़रूरी है गर्भ धारण की सोचने से एक बरस पहले खान पान को स्वास्थ्यकर बनाया जाए .खुराक में पुष्टिकर तत्वों घर में तैयार ताज़ा संतुलित आहार ही लिया जाए .ताकि तन और मन दोनों स्वस्थ रहें .पर्याप्त व्यायाम किया जाए .चाय कोफी ,धूम्रपान और शराब (वाइन से भी )दूरी बनाई रखी जाए .खाना वक्त पर और मौसमी ही खाया जाए .संशाधित खाद्य बिलकुल नहीं .जहां तक हो ओरगेनिक प्रोड्यूस (विद मिनिमम ओर जीरो पेस्टी -सा -इड्स एंड केमिकल्स ) ही स्तेमाल किये जाए ।
ऐसा करने पर आपकी ब्लड सुगर ऊपर नीचे नहीं होगी .आप लो साउंड नहीं करेगी .अवसाद से दूर रहेंगी .मन स्वस्थ और पिया मिलन को आतुर रहेगा .नन्ना मेहमान कोई ऐसे ही आ जाएगा? तैयारी तो करनी होगी .(ज़ारी ....)
शनिवार, 4 दिसंबर 2010
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