आज ईसा मसीह का जन्म दिन है .देश के दो राज्यों में रेड अलर्ट है .अपने अटल बिहारी जी का भी जन्म दिन है ,नौशाद साहिब का भी है ।
अब यहाँ ईसा का क्या लोग अपना जन्म दिन मनाने से भी डरतें हैं .इस देश की सरकारों ने लोगों को कायर बना दिया है ।
आतंक वाद को एक लक्ष्य भेदी मिसाइल की तरह पेश किया जा रहा है ।
क्या आतंक - वाद सचमुच में एक मिसाइल है जो लक्ष्य को न बींध पाने पर बूम्रांग कि तरह प्रक्षेपण स्थल पर लौट आएगी .यह सवाल उस प्रधान मंत्री से पूछा जा सकता है जो सदैव ही शवासन की मूद्रा में दिखलाई देता है ।
यदि आपके पास इंटेलिजेंस इनपुट है तो आउट पुट जीरो क्यों रहता है .भले आउट पुट इनपुट से कम रहता है ,आउट पुट होना तो चाहिए .यहाँ तो एक समुन्दर की तरह इठलाते शहर को ही पंगु बनाने की कोशिश है .नाम है जिसका मुंबई (शिव सेना के सौजन्य से )।
सरकारों को आतंक का हौवा नहीं खडा करना चाहिए ,इसे नेस्तनाबूद करना चाहिए .लोग हिन्दुस्तान के कायर नहीं है .सरकारें उन्हें कायर बनाने की पूरी कोशिश कर रहीं हैं .
शनिवार, 25 दिसंबर 2010
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