इओवा विश्वविद्यालय के रिसर्च -दानों ने दिमाग के एक ऐसे हिस्से को भयानुभूति ,डर के एहसास के लिए रेखांकित किया है जिसे 'अम्य्ग्दाला (एमिग़ -ड़्ला) कहतें हैं ।
एमिग़ -ड़्ला बादाम की शक्ल लिए ग्रे -मैटर का एक पिंड (मॉस ऑफ़ ग्रे -मैटर ) होता है .यह दिमागों के दोनों अर्द्ध गोलों में स्थित होता है .इसका सम्बन्ध डर के बोध आक्रामकता से भी जोड़ा जाता रहा है .विज्युअल लर्निंग तथा मेमोरी में भी यह एहम रोल निभाता है ।
पोस्ट ट्रौमेतिक स्ट्रेस डिस -ऑर्डर तथा भविष्य के लिए भय ,चिंता और अनिश्चय ,अन -अभिप्रेत की आशंका के इलाज़ में इस अन्वेषण का विशेष योगदान सामने आ सकता है ।
क्योंकी भय के लिए एमिग़ -ड़्ला को पिन -पॉइंट एक दम से सही सही निरुपित किया गया है .पशुओं में दिमाग का यही हिस्सा भय उपजाता है .लेकिन इस अध्धययन से यह भी पुष्ट हुआ है हम मनुष्यों में भी भीती की वजह ,खौफ यही बनता है ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-ब्रेन स्पोट व्हेयर फीयर रिज़ईड्स फाउंड(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,दिसंबर १७ ,२०१० ,पृष्ठ २१ ).
शनिवार, 18 दिसंबर 2010
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