हमारे एक चिठ्ठाकार भाई 'जाकिर अली रजनीश जी 'ने एक सवाल हमारे चिठ्ठे पर पूछा है 'क्या फलों से चिकित्सा संभव है '।
हमारा ज़वाब है आनुषांगिक चिकित्सा के लिए फलों का सेवन अच्छा है ,लाभ कारी है कुछ रोगों की उग्रता को घटाने के लिए ।
कृपया 'भोजन द्वारा चिकित्सा '-डॉ .गणेश नारायण चौहान ,नारायण प्रकाशन ,१५ ,एस एस टावर ,धामानी स्ट्रीट ,चौड़ा रास्ता ,जयपुर -३०२-००३ से उपलब्ध पुस्तक का अनुशीलन करें .अपनी खुद की राय कायम करें ।
बतौर एक विज्ञान पत्रकार हमारा यही कहना है खुराक से जुडी है हमारे स्वास्थ्य की नवज .फल इसका अपवाद कैसे हो सकतें हैं ।
गुणकारी चुकंदर को ही लें :
(१)पथरी से राहत के लिए चुकंदर :
चुकंदर को पानी में उबाल कर इसका सूप पीने से पथरी में लाभ होता है .मात्र तीस मिली -लीटर (६ चाय के चम्मच के बराबर ) सूप दिन में चार बार लें ।
इससे गुर्दे की सूजन भी दूर होती है .ये पेशाब ज्यादा लाता है .मूत्रल है.डाय-युरेतिक्स का काम करता है .गुर्दे के रोगों में भी लाभदायक है ।
(२)सांस नाली को साफ़ रखता है :चुकंदर बलगम को निकालकर श्वसन मार्ग ,सांस -नली को साफ़ करता है ।
(३)बाल गिरना कम करता है :चुकंदर के ताज़े पत्ते मेहँदी के साथ पीसकर सिर पर लेप करने से बालों का गिरना बंद हो जाता है .बाल तेज़ी से उगतें ,बढतें हैं ।
(४)गंजपन का समाधान :चुकंदर के पत्तों को पीसकर इसमें थोड़ी सी हल्दी मिलाकर लेप करने से बाल उग आतें हैं ।
(५ )एग्जिमा में लाभ :चुकंदर के पत्तों के रस में शहद मिलाकर लगाने से दाद (एग्जिमा )ठीक हो जाता है ।
(६)गोरा बनाने का देशी सौदा :
एक कप चुकंदर के रस में एक कप पके लाल टमाटर का रस तथा दो चमच कच्ची हल्दी का रस (या एक चम्मच हल्दी पाउडर )मिलाकर सुबह शाम १५ दिन सेवन करने से त्वचा का रंग गोरा होता है ।
(७)उच्च रक्त चाप (हाई -पर -टेंशन /हाई -ब्लड प्रेशर )में राहत के लिए :
एक कप चुकंदर एक कप लाल टमाटर तथा आधा कप पपीता का रस और आधा कप किन्नू (नारंगी )का रस मिलाकर नित्य दो मर्तबा पीने से उच्च रक्त चाप में आराम आता है ।
बत्लादें आपको चुकंदर खून की नालियों ब्लड वेसिल्स को चौड़ा करता है ,नाइट्रेट्स से भरपूर है .
शुक्रवार, 31 दिसंबर 2010
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