औस्सीज़ बाई काउज़ विद ए माउस (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,पृष्ठ १७ )।
समुद्र तट से खासा दूर गरम निर्जन बियाबान में भटकता रहता था दुधारू पशुओं को लिए पशु फ़ार्म का मालिक और चरवाहा ऑस्ट्रेलिया के जनविहीन क्षेत्र में .खरीद फरोख्त एक मुश्किल काम रहा आया है मवेशियों की ,फिर चाहे वह भेड़-बकरी हो या गाय .गरम निर्जन प्रदेश में आबादी से दूर हज़ारों मील के सफ़र के बाद सौदा पटता था ।
अब ट्रेक्टर कैब से एक माउस की दूरी पर रहती है ऐसी खरीद फरोख्त .थेंक्स टू ऑन लाइन ट्रेडिंग .जिस काम में पहले तीन चार दिन लग जाते थे अब वह चंद घंटों में हो जाता है .किसान खेत में काम करते करते दुधारू पशुओं पर बोली लगा सकता है .ऑस्ट्रेलिया में लाइव स्टोक सेल साइट्स बहुतायत में हैं .अब उसे घर बैठे -बैठे दुधारू पशु नसीब हो जाता है ।
हमारे यहाँ भी ऐसा हो तो बाट बने .
मंगलवार, 21 दिसंबर 2010
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