गुणकारी बथुआ :
(१)यकृत को बढ़ने (लीवर एनलार्जमेंट )से बचाता है बथुआ .इसकी तासीर ठंडी और तर होती है .आमाशय को ताकत देता है और पथरी के बनने को रोकता है बथुवा ।
(२)काया को निरोगी बनाता है बथुआ .इसके स्वादिष्ट रायता तथा साग का नित्य सेवन करें .जहां तक हो मसालों का कमसे कम प्रयोग करें .नमक यदि डालना ही है तो सैंधा नमक ही काम में लें ।
(३)घुटने में दर्द है तो ज्यादा पानी में बथुआ उबालकर इसे छान लें .इसके पानी से दर्द वाले घुटने की सिंकाई करें .बथुए का साग अधिकाधिक खाएं.इस प्रकार चंद हफ़्तों में ही घुटने के दर्द से राहत मिलेगी ।
(४)चेहरे की झुर्रियों को कम करने के लिए बथुए के पानी से (बथुआ उबालकर पानी छानने के बाद )चेहरा धौएँ,चेहरा चिकना और सुथरा दिखेगा ,धीरे -धीरे नित्य सेवन से झुर्रियां भी कम होंगी .
शनिवार, 25 दिसंबर 2010
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1 टिप्पणी:
इतना उपयोगी और सेहतमंद बथुआ गाँवो में सहज ही उपलब्ध है, गुणकारी बथुआ को यदि हम अपने खान पान में शामिल कर ले तो बहुत सारी स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकते है ,उपयोगी जानकारी के लिए साधुवाद
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