गुरुवार, 23 दिसंबर 2010

इनके पास है ट्रेड मार्क आतंकवाद का ,इनसे पूछो क्या है आतंकवाद ....

सारी दुनिया ये फतह कर चुके इसलिए नाम है इनका दिग्विजय सिंह .आतंकवाद क्या है ?इससे कैसे लड़ना है ?इसका ट्रेड मार्क और कोपी- राईट सिर्फ दिग्विजय -सिंह -जी के पास है ।
ओबामा हो या कोई और आतंकवाद के खिलाफ कोई भी कारवाई करने से पहले दिग्गी राजा से संपर्क करें ।
सारी दुनिया सैंकड़ों सालों से आतंकवाद को एक परिणाम मानती आई है एक विचारधारा का .जो इस्लाम को नहीं मानता वह काफिर है .उसे नेस्तनाबूद करना है .अल्लाह की हदबंदी करती है यह विचार धारा .इसके लिए जड़ और चेतन में कोई भेद नहीं है इसी लिए यह गौतम बुद्ध के खामोश खड़े नाम चीन बुतों को भी गिरा देती है .मूर्तियों को भंग कर देती है यह विचार धारा ।
लेकिन राघो गढ़ के राजा इसे सरासर गलत बतलातें हैं .आतंकवाद वही है जो 'दिग्विजय सिंह 'बतलाएं .बकौल इनके यह दो किस्म का है ।
(१)अल्प -संख्यक आतंकवाद ।
(२)बहु -संख्यक आतंकवाद ।
इसमें भी बहुसंख्यक आतंकवाद ज्यादा खतरनाक है .इसका उद्गम स्थल भारत और इसका पल्लवन करने वाले तमाम भारत धर्मी लोग हैं .अपवाद है इस बहु -संख्यक आतंक वाद के -
(१)राष्ट्र माता सोनिया गांधी ।
(२)प्रिंस राहुल .
(३)शव -आसन की मुद्रा में स्थाई भाव लिए अपने श्री मन मोहन सिंह।
(४)स्वयं दिग्गी राजा और उनके गुरु अर्जुन सिंह ।
अल्प -संख्यक आतंकवाद इसी का ऑफ shoot है .इसका हौवा खड़ा करना फ़िज़ूल है .ख़तरा बहु संख्यक आतंकवाद से है .
इसके समूल खात्मे के लिए कृपया दिग्गी राजा से संपर्क करें .याद रखें आतंक वाद के बीज भारत मेंhi हैं .यहीं पर आतंकवाद की दोनों किस्में पनपी हैं .जिसे सारी दुनिया इस्लामी -आतंकवाद कह रही है वह मुगालते में हैं .ज्ञान चक्षु पूरी तरह खुले हुएँ हैं ,दिग्विजय सिंह जी के .

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