बुधवार, 29 दिसंबर 2010

ए डी एच डी रूल बुक फॉर पेरेंट्स .(ज़ारी ....)

अटेंशन डेफि -सिट हाईपरएकटिव -ईटी डिस -ऑर्डर के लक्षण दिखलाई देने पर बच्चा कुछ भी अच्छा करे उसकी दिल खोल कर प्रशंशा करें .उसे उसकी क्षमता और हुनर से वाकिफ करवातें रहें .प्रेरक शक्ति को जगाने बनाये रखने के लिए प्रोत्साहन बेहद ज़रूरी है ।
फटकारना ,लताड़ना ,ताना मारना ,झिडकी देना ए डी एच डी के लक्षणों को और भी उग्र कर देगा .ऐसे में अवांच्छित ट्रेट्स का ही पल्लवन होगा .काम का कुछ नहीं निकलेगा .अपना आत्मविश्वाश और स्नेह बच्चे पर उड़ेलते रहिये .उसे उसकी असफलताओं ,ना -कामयाबियों का एहसास न होने दें ।
ऐसी स्थितियों से बचिए जहां बच्चा एक जगह खाली बैठा बैठा शून्य में ताक़ रहा है ।
सकारात्मक रहिये बच्चे के साथ .सेट क्लीयर रूल्स एंड बी कंसिस्टेंट एंड पोजिटिव .सुबह सवेरे का व्यायाम ,पी टी /योग आसन /प्राणायाम /कोई भी भौतिक गतिविधि जो मुमकिन है स्नायु तंत्र को शांत करती है ।
यूज़ कम्प्यूटर्स ,पाम टोप्स एंड ओर्गेनाइज़र्स ।
परंपरा गत ढाँचे से बाहर निकल कर बच्चे को सिखाइए पढ़ाइये .ट्राई न्यू वेज़ ऑफ़ स्टडीइंग विद मल्टी -सेंसरी एप्रोचिज़ -रीड चेप्टर्स एलाउड (जोर जोर से बोल बोल कर वाचन और पाठ को पढ़िए ),नोट्स बनाइये .मुख्य बातों को टेप रिकोर्ड कीजिये .बार बार दोहराइए ।
बिलकुल शांत जगह पर बैठ कर होम वर्क कीजिये .किसी प्रकार की कोई खलल इस समय नहीं होनी चाहिए ।
टी वी पर खुद भी अंकुश रखिये .सीमित समय के लिए ही देखा जाए ।
प्रार्थना का अपना महत्व है .प्रे -इंग आल्सो हेज़ ए कामिंग इफेक्ट लाइक योग आस्नाज़ एंड प्राणायाम ऑन दी नर्वस सिस्टम ।
विशेष :ज्वाइन ए सपोर्ट ग्रुप ऑर टाक टू अदर पेरेंट्स विद सिमिलर प्रोब्लम्स .फेमिली एंड स्पेसल कोंसेलिंग फोकसिज़ ऑन कंट्रोलिंग दी एन्वाय्रंमेंट्स टू इनक्रीज ऑर दिक्रीज़स्ति -म्युलेसन एंड वर्क ऑन कोपिंग मिकेनिज्म .'अन्फोर्च्युनेतली ए डी एच डी इज नोट कन्सिदर्द ए लर्निंग डिस -एबिलिटी ,बिकोज़ इट कैन बी कंट्रोल्ड बाई मेडिकेसन ' सेज डॉ .दादाचंजी.हाव -एवर २५%ऑफ़ विक्टिम्स डू नोट रेस्पोंद टू मेडिकेसन .

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