ब्रेस्ट फीडिंग 'कुड मेक बोइज मोर इंटेलिजेंट '(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई २१ ,२०१० ,पृष्ठ १७ )।
डॉक्टर्स कहते आयें हैं 'जच्चा -बच्चा दोनों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है स्तन पान '.अब एक ताज़ा अध्धययन इसे बालकों में बुद्धि तत्व में इजाफा करने वाला भी बतला रहा है .खासकर मेल चाइल्ड इससे बुद्धि तत्व के मामले में ज्यादा लाभान्वित होता है ।
पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया विश्विद्यालय के नेत्रित्व में अंतर -राष्ट्रीय माहिरों की एक टीम ने पता लगाया है जिन बच्चों को कमसे कम ६ माह तक स्तन पान करवाया जाता है वह दस साला होने तक पढ़ाई लिखाई में अपनी छाप छोड़ने लगतें हैं .ग्रेड के मामले में लडके बाज़ी मार लेतें हैं .इनका बुद्धि कोशांक (आई क्यू बेहतर पाया जाता है )।
रिसर्चरों के मुताबिक़ ब्रेस्ट -मिल्क में कुछ ऐसे तत्व हो सकतें हैं जो मष्तिष्क के विकाश में सहायक सिद्ध होतें हैं .लडकों को इसका लाभ ज्यादा इसलिए मिलता है क्योंकि इनमे फिमेल हारमोन कम रहतें हैं जो दिमाग की हिफाज़त करतें हैं .यही वजह है माँ की सीख पर बच्चे (लडके खासकर )ज्यादा ध्यान देतें हैं स्तन पान इसमें मददगार सिद्ध होता है ।
प्रभावशाली तरीके से कराया गया स्तनपान कमसे कम एक छमाई की अवधि तक लड़कों की अकादमिक उपलब्धियों को बढा सकता है .औसतन ये लडके अच्छा करने लगतें हैं अकादमिक क्षेत्र में .बच्चो के आदर्श विक्ष मान पर स्तनपान का सकारात्मक असर दिखलाई देता है बा -शर्ते स्तन पान की अवधि कमसे कम ६ माह या और भी ज्यादा रखी जाए .
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