सुपर फ़ूड :बीट -रूट्स आर नॉन टू एन्हांस फिजिकल स्ट्रेंग्थ .से चीयर्स टू बीट -रूट ज्यूस !एक्सपर्ट्स सजेस्ट्स देट कन्ज्युमिंग दिस हम्बिल ज्यूस कुड हेल्प पीपुल एन्जॉय ए मोर एक्टिव लाइफ . (बोम्बे टाइम्स ,दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,वेरायटी ,पृष्ठ १९ )।
माहिरों के अनुसार दमखम (ताकत वर्द्धक )गुणों से भरपूर है चुकंदर (बीट -रूट ).एक नए अध्ययन के अनुसार हृद रोगों और फेफड़ों से ताल्लुक रखने वाली मेडिकल कंडीशंस से असर ग्रस्त बुजुर्गों को भी यह एक्टिव जीवन शैली बनाए रखने में मददगार हो सकता है ।
एक्सेटर यूनिवर्सिटी तथा पेनिन्सुला कोलिज ऑफ़ मेडिसन एंड डेन -टिस्त्री के रिसर्चरों के अनुसार कई आयु वर्ग के लोग चुकंदर के ज्यूस से बेहद का फायदा उठा सकतें हैं ,खिलाड़ी भी गैर -खिलाड़ी भी ।
आजमाइशों से पता चला है टेस्ट्स सब्जेक्ट्स को हलके फुल्के व्यायाम के दरमियान मसलन हलके कदमो से चलना ,तेज़ कदमी करने में कमतर ऑक्सीजन कि ज़रुरत पड़ी .यानी चलना कमतर ओकिस्जन की खपत के साथ भी मुमकिन हुआ.बुढ़ाते लोगों के लिए यह एक बड़ी खबर है जो हलके फुल्के काम में भी हार थक के बैठ जातें हैं .ऑक्सीजन की उतनी खपत ही नहीं कर पातें हैं ।
चुकंदर का रस खून की नालियों (ब्लड वेसिल्स )को खोल कर चौड़ा कर देता है .ऐसे में ब्लड प्रेशर स्वभावतया कम हो जाता है .खून की नालियों में खून का दौरा पूरा होने लगता है .अलावा इसके चुकंदर के स्तेमाल से पेशियों की ऑक्सीजन खपत किसी भी गतिविधि के दौरान कम हो जाती है .उसी काम को करने के लिए अब उतनी ऑक्सीजन नहीं चाहिए .इसका कुल प्रभाव हाई इन्तेंसिती और लो इन्तेंसिती एफर्ट्स पर बड़ा ही अनुकूल पड़ता है ।
चुकंदर के ज्यूस में पाया जाने वाला नाइट्रेट्स का बढा हुआ स्तर ,नाइट्रेट्स की प्रचुरता कार्य क्षमता और प्रदर्शन दोनों को बेहतर बनाती है ।युवा और स्वस्थ
खिलाड़ियों के बाद अब इसकी आज़माइश बुजुर्गों पर भी की जायेंगी .कोई वजह नहीं है समनुरूप नतीजे न निकलें .
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