कुछ लोग प्रौढावस्था में भी बच्चों की तरह मचलते ,आवेश में यकायक आते देखे जा सकतें हैं ,मानों इनकी किशोरावस्था लम्बी खिंच गई हो .डज़ ग्रे -मैटर ईवोल्व्ज़ टिल डी एज ऑफ़ ४० ?(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,दिसंबर १७ ,२०१० ,पृष्ठ २१ )।
ऐसा लगताहै इन महानुभावों के मामले में दिमाग अभी भी उद्भव और विकासकी अवस्था से गुज़र रहा होता है .यूनिवर्सिटी कोलिज लन्दन में संपन्न एक अध्ययन के अनुसार दिमागी विकास ३० टीज़ और ४० टीज़ तक ज़ारी रहता है इसीलिए कुछ लोग बालिग़ होने पर भी किशोरों सी हरकत और उत्तेजना से भरपूर रहतें हैं .तब क्या महज़ मिथ है यह मानना समझना दिमागी विकास संपन्न हो जाता है पांच साल की बाली उम्र में ?
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2 टिप्पणियां:
हम्म इसीलिए कई बुड्ढे लौंडों की की हरकतों से बाज नहीं आते !
shukriyaa kaajal kumarji .
veerubhai .
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