शुक्रवार, 3 दिसंबर 2010

क्याहै स्वस्थाय्कर बॉडी मॉस इंडेक्स ?

हेल्थियेस्ट बी एम् आई इज २२.५ -२४.९,नो रूम फॉर प्लंप (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,दिसंबर ३ ,२०१० ,पृष्ठ १९)। वेट एंड वाच .गोलमोल मोटा -ताज़ा होना ठीक नहीं है .कोई गुंजाइश नहीं है जिगिल रूम की जहां तक आपके वजन का सवाल है .गफलत छोडिये ऐसा बिलकुल नहीं है ,मोटे ताज़े गोल मटोल लोगों के लिए न कैंसर के खतरे का वजन कम हुआ है न अन्य रोगों का .बेशक कुछ हालिया अध्ययनों ने ऐसा इशारा किया था .आंकड़ों की पुनरीक्षा
karne par ptaa chaa hai 20 ke neeche BMI kaa chlaa jaanaa theek nahin hai .vishv -svaasthay sangathan ne bhale hi pahle 18.5 BMI ko normal batlaayaa thaa .lekin taazaa adhayayan vishlesan svaasthay sambandhi aankdon kaa batlaataahai , bahut patlaa bane rhanaa bhi theek nahin hai ,'Zeo size 'to bilkul bhi nahin.
maut kaa khatraa badh jaataa krish- kaaya yaani bahut patle logon ke liye bhi .aise dublaaye log pahle se hi beemaar hoten hain .
dedh laakh (1.5 million)baaligon kaa adhayayan karne par amriki kainsar sansthaan is natize par pahunchaa hai golmol motaa taazaa ,plump honaa bhi theek nahin .
Healthiest BMI 22.5 -24,9 tak hi maanaa gyaaq hai .'WHO' tathaa' centre for Disease control prevension ' ' ने भी इसकी पुष्टि की है ।
आसान सा तरीका है 'बॉडी मॉस इंडेक्स 'निकालने का .किलोग्रेम में अपना वजन पता लागाइये .अपनी हाईट को मीटर स्क्वायार्ड में तब्दील कर लीजिए .पहले अंक को दूसरे से भाग देने पर आपका 'बी एम् आई 'किलोग्रेम /(मीटर )२ में आ जाएगा ।
मान लीजिये वजन है ६४ किलोग्रेम और हाईट है १६० सेंटी -मीटर्स यानी (१.६) (१.६ )(मीटर )२ तब बी एम् आई हो जाएगा ६४ /(१.६)(१.६)यानी (६४ )(१० )(१० )/(१६)(१६ )=२५ ।
बी एम् आई का २५ -३० के बीच होना ओवरवेट होना है और ३० से ऊपर ओबेसी(मोटापा रोग से ग्रस्त होना है ,हेल्दी नहीं है )।
दोनों ही स्थितियों में हृद रोगों और शक्कर की बीमारी (मधुमेह यानी डायबिटीज़ )का जोखिम बढ़ जाता है,कुछ किस्म के कैंसरों और आर्थ -राय -टिस का भी .न्यू -इंग्लैण्ड जर्नल ऑफ़ मेडिसन में प्रकाशित इस अध्ययन में बतलाया गया है , ५ फीट ५ इंच हाईट वाला व्यक्ति ६८ किलोग्रेम वजन होने पर ओवरवेट तथा ८२ किलोग्रेम होने पर ओबेसी माना जाएगा .एक ५ फीट १० इंची ९५ किलोग्राम का होने पर बी एम् आई दिखाएगा ३० .यह भी ओबेसी की केटेगरी में आयेगा ।
२५ से ऊपर बी एम् आई होने पर मौत की संभावना बढ़ेगी पतले लोगों के बरक्स (लेकिन बी एम् आई २० से कम नहीं होना है इनका भी वरना ख़तरा इनके लिए भी बढेगा )।
नोर्मल बी एम् आई के बरक्स ओवर वेट होने पर तमाम वजहों से होने वाली मौत का ख़तरा १० %बढ़ जाता है .लेकिन ४० या इससे भी ऊपर बी एम् आई होने पर ओबेसी की मौत के खतरे का वजन भी २.५ गुना बढ़ जाएगा उसी उम्र के स्वस्थ व्यक्ति के बरक्स .

कोई टिप्पणी नहीं: