बुधवार, 1 दिसंबर 2010

अब रुक सकती है विटामिन- डी की क्रेज़ .

मोर विटामिन डी गुड ,बट नोट टू मच(डी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,दिसंबर १ ,२०१० ,पृष्ठ २१ )।
अति सर्वत्र वर्जय्ते .इधर अमरीका में एक क्रेज़ पैदा होने लगा था विटामिन डी का .यकीन था ,हैप था इस बात का,मेगादोज़िज़ इस सन - शाइन विटामिन की कैंसर और कई अन्य रोगों से बचाए रहतीं हैं ।
इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिसन के अनुसार यह यकीन कायम रह सकने लायक यकीन नहीं था ।
बेशक विटामिन -डी अस्थियों की मजबूती ,हृष्ट -पुष्ट बने रहने के लिए अच्छा है .लेकिन उतना अच्छा भी नहीं है ,अत कर दी जाए .फ़ूड लेवेल्स अपनी बात कहतें हैं विज्ञापन अपनी -अपनी धांक -तें हैं .

3 टिप्‍पणियां:

माधव( Madhav) ने कहा…

nice post

virendra sharma ने कहा…

bahut bahut shukriyaa maadhav bhaai .umr daraaz honven aap .
nehaa se -veerubhai

virendra sharma ने कहा…

bahut bahut shukriyaa maadhav bhaai .umr daraaz honven aap .
nehaa se -veerubhai