टूथ -पैस्ट्स हार्मफुल फॉर फीटल ब्रेन (हेल्थ हेजार्ड )/दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,दिसंबर २ ,२०१० ,पृष्ठ १९ ।
साइंसदानों के मुताबिक़ टूथ -पेस्टों और साबुनों में एक ऐसा रसायन मौजूद रहता है जो भ्रूण के दिमाग को क्षति ग्रस्त कर सकता है .वो महिलायें जो इस रसायन 'ट्राई -क्लोसन 'से सने उत्पादों का गर्भावस्था में ज्यादा स्तेमाल करतीं हैं वह अपने अनजाने ही अपने अजन्मे शिशु को खतरे में डाल सकतीं हैं ।
अब से कोई पचास बरस पहले यह रसायन ट्राई -क्लोसन तैयार किया गया था एक असरकारी एंटी -बेक -टीरियलएजेंट के बतौर .अब पता चला है यह रसायन गर्भाशय को होने वाली रक्तापूर्ति को विच्छिन्न (विघटित ,डिस -राप्त ) कर शिशु के दिमाग को मिलने वाली ज़रूरी ऑक्सीजन से महरूम रख इसके समुचित विकास को अवरुद्ध कर सकता है ।
फ्लोरिडा विश्व विद्यालय के साइंसदान मार्गरेट जमेस कहतें हैं इस समस्या का सही परिमाण अभी हम नहीं जान पा रहें हैं लेकिन समस्या है ज़रूर ।
ट्राई -क्लोसन आम स्तेमाल में है चाहें फिर वह हेन्द्वाशिज़ हों या वाशिंग अप लिक्विड्स ,दिओद्रेन्त्स हो या टूथपैस्ट्स.यहाँ तक कि एंटी -बेक्तीरियल चोपिंग बोर्ड्स ,कुछ खिलोनों तक में ट्राई -क्लोसन है .इसके स्तेमाल को लेकर लगातार चिंता ज़ाहिर कि गई है ।
अमरीकी खाद्य एवं दवा संस्था इसकी निरापदता को लेकर आशंकित है .सुरक्षा सम्बन्धी मानदंडों का दोबारा जायज़ा लिया जा रहा है ।
भेड़ों पर की गई आज़माइश में पता चला है ट्राई -क्लोसन एक एंजाइम के निर्माण में खलल पैदा करता है .यही वह किण्वक (एंजाइम )है जो हारमोन इस्ट्रोजन के गर्भाशय में सर्कुलेसन को नियमित बनाए रहता है ।
यही इस्ट्रोजन प्रधान आर्टरी को खुला रखने में सहायक होता है ताकि भ्रूण (फीटस )को ऑक्सीजन -बहुल रक्त भरपूर मिलता रहे .इफ देयर इज टू लिटिल डिस आर्टरी नेरोज़ एंड ऑक्सीजन सप्लाईज आर दिप्लीतिद .
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