शनिवार, 6 नवंबर 2010

'पौ 'फटती है इस अलार्म घड़ी से ...

एन अलार्म क्लोक देट हेल्प्स बीट दी ब्लूज़ विद ए फेक डान(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया नवम्बर १ ,२०१० )।
अब आप 'पौ 'फटने के साथ अपने हिसाब से अलसाई सी अंगड़ाई लेकर उठ सकते हैं .एक अलार्म घडी जिसे आप अपने हिसाब से प्रोग्रेम कर सकते हैं उषा काल आपके सोने के कमरे में ही रच बुन देगी ,चाहें आप तो मुर्गे की बांग भी ,पक्षियों का कलरव भी ।
एक ब्रितानी फर्म ने तैयार किया है इस अलार्म क्लोक को जो अवसाद और सीजनल अफेक्तिव डिस -ऑर्डर के मरीजों के चित्त को भी प्रसन्न रखेगी ,शांत -प्रशांत रखेगी .केम्ब्रिज बेस्ड फ़र्म 'ल्युमी 'ने इसे' डान सिम्युलेटर बॉडी क्लोक एक्टिव क्लोक ' कहा है ।
कुदरत की गोद में उठने का एहसास करा सकती है यह अवसाद रोधी घडी .बस आप इसे टाइम कर दीजिये -कितनी देर तक चढ़ता दिखे आपके शयन कक्ष में सूरज १५ ,२० ,३० ,४५ ,६० ,या फिर ९० मिनिट तक ?
'बॉडी क्लोक एक्टिव 'में सूरज धीरे- धीरे ही कुदरती तौर पर चढ़ता दिखेगा .यह आपका वैयक्तिक सूर्योदय होगा .जब तक आप अलसा कर उठेंगे सूरज आपकी मर्जी के अनुरूप ही चढ़ चुका होगा ,रोशनी खुशनुमा हो चुकी होगी .आपकी बायो -रिदम के अनुरूप ही यह उषा काल होगा .आप तरो -ताज़ा उठेंगे .मुर्गा भी बांग देगा आपके शयन कक्ष में ,पक्षी भी चह -चहायेंगे आपकी मन माफिक .

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