स्लीपिंग विद लाइट्स ऑन काज़िज़ डिप्रेसन (डी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,२०१० ,पृष्ठ ,२१ )।
एक अध्ययन के अनुसार यदि आप लाइट्स ऑन किये ही नींद की गोद में चले जाते हैं ,रोशन कमरों में ही सो जातें है तो सुबह आपकी उनींदी और बेचैनी से भरी हुई हो सकती है -आप चिडचिडे और अवसाद ग्रस्त भी हो सकतें हैं .नाईट लेम्प जलाकर सोना ,टी वी की पावर ऑन छोड़ देना आपके मानसिक स्वास्थ्य को असर ग्रस्त बना सकता है ।
दी ग्लो एमितिड बाई ए टी वी ऑर दी रिअस्योरिंग प्रिज़ेंस ऑफ़ ए नाईट लेम्प कूद एक्चुअली इम्पेक्ट ऑन मेंटल हेल्थ ।
यही वजह है सोने के कमरों में लोग मोटे पर्दे लगाते हैं ताकि बाहर की रौशनी भी सोते वक्त किसी भी पहर आपको डिस्टर्ब न कर सके .
शुक्रवार, 19 नवंबर 2010
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