नाव ,गेट ए 'ब्रो-लिफ्ट 'टू बिड गुड बाई टू मीगरैन(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,नवम्बर १२ ,२०१० )।
क्या आप आधी शीशी के पूरे दर्द से आजिज़ आ चुके हैं ?परेशान हैं ?आपको एक दम से विकलांग ,अशक्त बना देने वाले मीगरैन से राहत के लिए माहिरों के पास हाज़िर है "ब्रो -लिफ्ट "।
ब्रो -लिफ्ट एक शल्य -चिकित्सा है जो झुर्रियां हठाने के लिए प्रयुक्त चिकित्सा जैसी ही है ।
असल बात यह है आधी शीशी के दर्द की असली वजह क्या है ?डू दी काज़ेतिव एजेंट इज दी कोरुगेटर मसल प्रेसिंग आन दी नर्व ?यदि उत्तर सकारात्मक यानी हाँ में है तभी ब्रो -लिफ्ट सर्जरी कारगर सिद्ध होगी ।
कोरुगेटर मसल ठीक हमारी पलकों के ऊपर वाले भाग में होती है यानी माथे(फोरहेड ) में .
मीगरैन की वजह यही पेशी (मसल )बनती है .इसका कोंट्रेक्सन(सिकुडना ) ही इसे चारो तरफ से घेरे रखने वाली नर्व "ट्राई -जेमिनल नर्व "को दवाब ग्रस्त बनाता है।
५७ वर्षीय महिला पन्नी राद्क्लिफ्फे ब्रो -लिफ्ट केद्वारा मीगरैन ke changul se मुक्ति पा चुकी हैं .बेशक इसके लिए कोरुगेटर मसल का एक हिस्सा माहिरों को सर्जरी के दौरान काट के फैंकना पड़ा है .
शनिवार, 13 नवंबर 2010
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