हाई -केफीन एनर्जी ड्रिंक्स और एल्कोहल एब्यूज (बे -हिआब और ज़रुरत से ज्यादाएल्कोहल का स्तेमाल )क्या कहीं एक दूसरे से जुड़े हैं .एक की लत दूसरी लत को हवा देती है ?एक अध्ययन से कुछ ऐसे ही संकेत मिले हैं ,पता चला है हाई -केफ्फीन युक्त कथित एनर्जी ड्रिंक्स का सेवन कम समय में ज्यादा शराब पीने के दौर को बढाता है .बिंज ड्रिंकिंग की और ले जाता है .एल्कोहल की गुलामी करता व्यक्ति हेवी ड्रिंकिंग करने लगता है ।
एक हज़ार अमरीकी छात्रों पर संपन्न इस अध्ययन में देखा गया इनमे से जो विश्व -विद्यालयी छात्र हाई -केफीन से लदी लोकप्रिय ब्रांड 'रेड बुल ',मोंस्टर ,,रोक्स्टार आदि का नियमित (रोजाना या फिर हफ्तावार )सेवन करते थे .वे अकसर शराब भी पीते थे और ज्यादा भी पी लेते थे एक बार में .इनके एल्कोहल आश्रित हो जाने की संभावना भी बलवती दिखलाई दी बरक्स उन छात्रों के जो कभी कभार ही बेहद केफीन युक्त ऊर्जा पेयों के माया जाल में फंसते थे ।
एनर्जी ड्रिंक्स का बेहद सेवन करने वाले एल्कोहलसे पैदा होने वाली कई अन्य परेशानियों (ब्लेक -आउट्स ,हंग -ओवर ,क्लास से नदारद रहना ,सेल्फ इंजरी आदि ) की चपेट में आते देखे गए .बरक्स इनके वे तमाम छात्र जिनके लिए एनर्जी ड्रिंक कोई ख़ास आकर्षण या फैशन स्टेटमेंट नहीं थी या जो इधर रुख ही नहीं करते थे इन तकलीफों से बचे रहते थे ।अध्ययन की अगुवाई मेरी लैंड विश्व विद्यालय की रिसर्च दान अमेलिया अररिया ने की है ।
अध्ययन पूर्व में सम्पान ऐसे अध्ययनों की पुष्टि करता है जिनमे हाई -एनर्जी -ड्रिंक्स कन्ज़म्प्सन ,सब्सटेंस एब्यूज (नशीली दवाओं आदि का बेहिसाब सेवन )और जोखिम भरे व्यवहार में एक अंतर -सम्बन्ध देखा गया है ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-हाई -केफीन एनर्जी ड्रिंक्स टाइड टू एल्कोहल एब्यूज(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,नवम्बर १८ ,२०१० )/पृष्ठ १७
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