शनिवार, 13 नवंबर 2010

कांग्रेसी बालठाकरे प्रतिक्रया तो क्रिया के अनुरूप करें ...

जब सेपूर्व आरएसएस प्रमुख श्री के एस सुदर्शन का सोनियाजी के बाबत बयान आया है ,कांग्रेसी बाल ठाकरों ने आसमान सिर पे उठा रखा है .हमारा मानना है राजनीति में बयान राजनीति प्रेरित होतें हैं उनका ज़वाब भी उसी के अनुरूप दिया जाना चाहिए ।
कांग्रेसी प्रवक्ता जनार्दन द्वि -वेदी तो नाम से ही दो वेदों के ज्ञाता हैं .क्या कांग्रेसी भाषा बोध से बिलकुल ही ना -वाकिफ हैं .सुदर्शन जी ने सोनिया जी के यौन चरित्र पर टिपण्णी नहीं की है फिर यह वक्तव्य "सोनियाजी सी आई ए एजेंट हैं ""अश्लील "कैसे हो गया ?
कुछ सहृदय प्रकाशकों को कांग्रेसियों को कुछ शब्द -कोष ज़रूर भेंट करने चाहिये ताकि वह शब्द के संस्कार से वाकिफ हो सकें ।
हमारा यह भी मानना है क्या कांग्रेसियों को भारत की न्यायिक व्यवस्था पर भरोसा नहीं है जो पूरे भारत में कोहराम मचाया हुआ है .अभिव्यक्ति का गला घोंटना और क्या होता है ?
यहाँ अरुन्धतियों को आज़ादी है जो उमरअब्दुला और जिलानी की जुबान में बोल रहीं हैं .बाकी सबको फांसी है ।
सुदर्शन जी ने सोनियाजी के राजनीतिक चरित्र पर टिपण्णी की है चरित्र पर नहीं फिर इसमें अश्लील जैसा क्या है ?हम नहीं मानते कांग्रेस में कोई भी भाषा ज्ञान से वाकिफ नहीं है ?

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