मिथ बस्तिड: डॉग्स स्मार्टर देन केट्स(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,नवम्बर २४ ,२०१० )।
स्वान बिल्लियों से ज्यादा चतुर ,विवेकशील और बुद्धिमान होता है .अब यह मिथ नहीं यथार्थ है .स्वान का मित्रवत व्यवहार उसके बौद्धिक उद्भव एवं विकास में सहज सहायक रहा है .केटी अकसर अकेले रहना पसंद करती है .उसे अपने अकेले -पन से प्यार रहा है .अकेलापन उसे रास आया है ।
बेशक बिल्ली उतना ध्यान अपनी ओर नहीं खींचती है ,सोशियेबिल भी कहाँ होती है बिल्ली .कैट परिवार अपनी ही दुनिया में रचा बसा रहता है यह तमाम अन्वेषण ऑक्सफोर्ड विश्व -विद्यालय के रिसर्चरों ने हाल ही में संपन्न किये हैं .इसीलिए इनके(फेलाइंस,बिल्ली परिवार ) मस्तिष्क का आकार अपेक्षाकृत छोटा रह गया है ।
लाखों साल के विकास क्रम में आदमी का परखा हुआ दोस्तकेनाइन (स्वान यानी कुत्ता ) दिमाग के विकास के मामले में फेलाइन (बिल्ली -परिवार )से अग्रणी रहा है ।
६ करोड़ सालों के विकास क्रम में स्तन पाइ-यों के दिमागी विकास की पड़ताल के बाद उक्त नतीजे निकाले गएँ हैं .खासे ज्यादा बदलाव देखने को मिले हैं विकास क्रम में स्तन -पाइयों के बीच मेही ।
पशु की सामाजिकता शरीर के बाकी आकार के सापेक्ष मस्तिष्क के आकार में एक अन्तर -सम्बन्ध की पुष्टि हुई है .स्वान सामाजिकता के ऊपरले पायेदान पर बने रहें हैं .जबकि बिल्लियों का संसार जुदा है .अंतर्मुखता उनका स्वभाव है ।
इन्तेरेक्सन दिमागी विकास के लिए टोनिक है यही वजह है मनुष्य शेष सभी प्राणियों में श्रेष्ठ है ।
मंकीज़ ओर एप्स से हम सामाजिकता ,सामाजिक लेन देन उठ बैठ में सदैव ही आगे रहें हैं .सभी स्तन -पाइयों का दिमागी विकास इसी के चलते यकसां नहीं हुआ है । विकास की दौड़ में बन्दर चिम्पान्जीज़ ,वन -मानुष ,ओरांगुटान हमसे काफी पीछे छूट गए हैं .
इन्फेक्ट ग्रुप्स ऑफ़ हाई -ली सोसल स्पीसीज हेव अंडर -गोन मच मोर रेपिड इन्क्रीजीज़ देन मोर सोलिटरी स्पीसीज (कैट्स).
बुधवार, 24 नवंबर 2010
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें