रविवार, 21 नवंबर 2010

गर्भावस्था में मुक्तावली की देखभाल भी ज़रूरी है .

बेबी स्टेप्स टू ओरल केयर .बिजी विद अदर इश्यूज व्हाइल प्रग्नेंट ?ओवरलुक डेंटल हाइजीन एट योर ओन रिस्क ,सेज डॉ शांतनु जरदी (मुंबई मिरर ,नवम्बर २१ ,२०१० ,पृष्ठ २७ )।

आपका ही नहीं आपके नौनिहाल का स्वास्थ्य भी गर्भावस्था में दन्तावली की देख भाल आपके मुख स्वास्थ्य से जुड़ा है .इसलिए गर्भावस्था में खानपान तथा अन्य बातों के साथ ओरल हाइजीन पर पूरा ध्यान दीजिये ।

गर्भावस्था के दौरान दन्तावली और मसूड़ों की अनदेखी न सिर्फ आपके होने वाले बच्चे के दांतों और मसूड़ों को असर ग्रस्त बनाएगी जन्म के समय उसके वजन को भी प्रभावित कर सकती है .जेस्टेशन पीरियड (गर्भावस्था की अवधि भी असर ग्रस्त हो सकती है ,बच्चा समय से पहले भी पैदा हो सकता है ।

गर्भावस्था में जब तब महिलायें मिचली और वमन की शिकायत करती रहतीं हैं,मतली हो या उबकाई ,उलटी होने की अनुभूति दन्तावली में जीवाणुओं के बसेरे को उकसाती है .इसीलिए अकसर गर्भावस्था की पहली तिमाही (फस्ट ट्राई -मस्टर )मेंमहिलाए प्रेगनेंसी जिन्जी -वाइटिस की गिरिफ्त में चली आतीं हैं .आठवें महीने में इसकी उग्रता और भी बढ़ जाती है .इस दरमियान कुछ महिलाए मसूड़ों की सूजन

,पायरिया (मसूढ़ों से खून का रिसाव ),टेंडर -नेस इन दी गम टिस्यू का सामना भी करती हैं .मसूढ़ों के टेंडर ऊतक न सिर्फ दाहक और उत्तेजक पदार्थों (सर्टेन इर्रितेंट्स के प्रति )तीव्र प्रतिक्रया ही करने लगतेंहैं मसूढ़ों में गांठें भी पड़ सकती हैं .ये प्रेगनेंसी ट्यूमर्स कैंसर -कारी नहीं होतें हैं लेकिन यदि ये बने रहतें हैं तो किसी मसूढ़ों की बीमारी के माहिर से इन्हें निकलवा देना चाहिए .बेशक ये बिनाइन होतें हैं तथा इनमे किसी किस्म का दर्द भी नहीं होता है ।

प्रग्नेंसी -जिन्जिवाइतिस की वजह एक ओर मुख स्वास्थ्य की अनदेखी (पूअर ओरल हाइजीन )बनती है दूसरी तरफ हारमोनों का गर्भावस्था में बढा हुआ स्तर .इसीलिए मसूढ़े दाहक चीज़ों के साथ ज्यादा रिएक्ट करने लगतें हैं ।

व्हाट दी स्टडीज़ सेज ?

अमरीकी सर्जन जनरल की रिपोर्ट गर्भवती महिला के मुख स्वास्थ्य ओर उसके सम्पूरण स्वास्थ्य में एक अंतर -सम्बन्ध की पुष्टि करती है ।

पेरिओ -डोंतल दिसेअसेस (दीजीज़ ) से ग्रस्त गर्भवती महिला के समय से पूर्व प्रसव की (प्रीमीज़ पैदा करने की ),स्माल बेबीज़ पैदा करने की संभावना सात गुना ज्यादा हो जाती है .इसलिए प्री -नेटल केयर में पेरियो -डोंतल एवेल्युएशन को भी शामिल कीजिये तभी मातृत्व की तैयारी कीजिये ।

गर्भावस्था के दौरान दन्तावली का इलाज़ करवाने का सुरक्षित समय गर्भावस्था के १४ -२० हफ्ते की अवधि समझी जाती है .इस दरमियान ज़रूरी होने पर आप रूट केनाल थिरेपी भी करवा सकतीं हैं .इस से जच्चा बच्चा के स्वास्थ्य को कोई नुक्सान नहीं होने वाला है .एनेस्थीज़िया भी आपको बिना एड्रीनेलिन के दिया जा सकता है .अलबत्ता एक्स -रे करवाने से बचिए ।

कीपिंग योर टीथ क्लीन इस्पेशियाली नीयर दी गम लाइन विल हेल्प ड्रा -मेटिकाली रिड्यूस ऑर इविन प्रिवेंट जिन्जिवाइतिस ड्यूरिंग योर प्रेगनेंसी ।

इस दरमियान गर्भावस्था की अवधि में मिठाई की जगह चीज़ तथा ताज़े फलों का सेवन कीजिये .सैलाद खाइए गहरे रंगों की .

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