हारवर्ड विश्वविद्यालय के रोग -विज्ञान विभाग में असोशियेट प्रो -फेसर , डेविड सिंक्लेयर एक ऐसी जी- वन इकाई(क्वांटम ऑफ़ लाइफ ) जीन या जीवन खण्ड को एक्टिवेट करने में मशगूल हैं जो बकौल उनके बुढ़ाने की प्रक्रिया को विनियमित करके हमारे जीवन की गुणवत्ता को ५-१० साल आगे बढा सकती है .इसका मतलब यह नहीं है कि उम्र ठहर जायेगी हम बूढ़े ही नहीं होंगे ,उम्र बढ़ेगी लेकिन हम बुढ़ाने कि सामान्य प्रक्रिया के साथ -साथ अशक्त नहीं हो पायेंगे .ता -उम्र ,मरते दम तक हम जीवन क्षमता से भरे रहेंगे ।
सिर्तुइन जींस हैं ये .जिन पर आप काम कर रहें हैं .सिर्तुइंस को एक्टिवेट करने से याददाश्त में इजाफा होगा ,काम करते रहने कि क्षमता बढ़ेगी ,हाई -फैट डाइट से होने वाली नुकसानी कम होगी बुढ़ाने कि रफ्तार कम हो जायेगी ।
यदि एनीमल स्टडीज़ को मनुष्यों में भी आज़माइश के बाद अनुकूल पाया गया तब हमारे हाथ में जोड़ों के दर्द "आर्थ -राय -टिस"के समाधान के लिए भी पिल होगी जो एल्जाई -मर्स (न्यूरो -दिजेंरेतिव डीज़ीज़ ऑफ़ ओल्ड एज )से भी हमारी हिफाज़त करेगी ,सफ़ेद मोतिया बिन्द को भी रोकेगी ,कार्डिएक अरेस्ट (हृद गति रुक जाने )और हृद रोगों के बढ़ने को भी थाम लेगी ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-सून ,ए पिल मे एक्सटेंड लाइफ बाई १० ईयर्स (डी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,नवम्बर १९ ,२०१० ,पृष्ठ २१ ).
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