फेस -बुक जेनरेशन इज दी लोंलियेस्ट ग्रुप (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,नवम्बर ४ ,२०१० )।
एक ब्रिअतानी सर्वे के मुताबिक़ ब्रिटेनकी १६-२४ साला पीढ़ी जिसे फेस बुक जेनरेशन कहा जा रहा है बेहद तनहा है .'ज़माने में रहके रहे हम अकेले हमें रसआये न दुनिया के मेले '
सर्वे के अनुसार एक तिहाई फेस बुक जेनरेशन के लोग बोर महसूस करते हैं जबकि पेंशन याफ्ता उम्र दराज़ लोगों में ऐसा बोरियत का एहसास ८ %को ही होता है .२८ फीसद युवा -भीड़ अपनी तन्हाई दूर करने के लिए शराब का सहारा ले रही है .अकेलापन इन्हें तबभी खाए जा रहा है .५० फीसद युवा जंक फ़ूड को बैसाखी मन समझ रहें हैं एक इमोशनल सपोर्ट के बतौर जंक फ़ूड भकोस रहें हैं .नेशनल हेपीनेसलेविल्स पोल में बी बी सी रेडिओ ३ ने ये नतीजे निकाले हैं ।
७० फीसद युवा अपनी vittiy sthiti se dukhi, pareshan हैं .बेहद na -khush हैं ये १६-२४ salaa पीढी अपनी arthik sthiti se .एक तिहाई को naukree को bachaye rakhne ki chinta mar rahi है .beshak एक chauthaai midil ejid लोग भी is duschintaa se grst हैं .एक तिहाई को paarivarik aur vayektik sambandhon ने tod diyaa है .इन्हें apne samajik rutbe ki भी chintaa है .akhir kyaa sosal stetas rah gyaa है inka .is aaarthik tangee के chlate .beshak yah chinta sabhi ayu varg के लोगों par shesh sabke kuchh के oopar haavi है।
lekin उम्र दराज़ लोग jivan के doosre pahluon se hairan pareshaan nahin हैं ।
युवा पीढ़ी के एक तिहाई लोगों के brx उम्र daraaz kul ८%फीसद लोग sambandhon ki katuta se joojh rahen हैं .
शनिवार, 6 नवंबर 2010
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