किसी वस्तु की त्रि -आयामी छवि रिकार्ड करने और ज़रुरत पड़ने पर प्रदर्शित करने की एक प्राविधि (तरकीब या मेथड )जिसमे एक फटो -ग्रेफिक प्लेट और लेज़र प्रकाश का स्तेमाल किया जाता को 'होलोग्रेफ़ी 'कहतें हैं ।
रिकार्ड किये गए प्रतिबिम्ब या इमेज को ही होलोग्रेम कहतें हैं .दूसरे शब्दों में लेज़र प्रकाश और फटो -ग्रेफिक प्लेट के ज़रिये किसी वस्तु की रिकार्ड की गई त्रि -अयामीय छवि को होलोग्रेम कहतें हैं ।
वास्तव में यह प्रकाश के व्यतिकरण (इंटर -फरेन्सऑफ़ लाईट )से पैदा प्रकाश पैट्रन का ही रिकार्ड या आलेख होता है .
इस रिकार्ड किये गए त्रि -अयामीय पिंड को प्रदर्शित करने के लिए उसी आवृति का लेज़र -पुंज होलोग्रेम पर डाला जाता है जिसका स्तेमाल होलोग्रेफ़ी के वक्त किया गया था .हू-ब -हू त्रि -अयामीय दर्शन होतें है यहाँ प्रदशित पिंड के जैसे उसे रू -ब -रू देखा जा रहा हो .
सोमवार, 8 नवंबर 2010
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